UP: नवजात बच्‍चे की मौत के मामले में अस्‍पताल प्रशासन ने पत्रकार पर दर्ज कराया मुकदमा, रिपोर्ट में हुआ चौकाने वाला खुलासा

punjabkesari.in Tuesday, Aug 30, 2022 - 08:58 PM (IST)

गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक सरकारी चिकित्सालय में एक नवजात बच्‍चे की मौत के मामले में अस्‍पताल प्रशासन ने एक स्थानीय पत्रकार के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। दूसरी तरफ, बच्‍चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत दम घुटने से होने का उल्लेख किये जाने के बाद गुत्थी एक बार फिर उलझती नजर आ रही है।

अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने मंगलवार को बताया कि जिले के मुजेहना स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की अधीक्षक डाक्‍टर सुमन मिश्रा और उनके 65 सहयोगी कर्मचारियों के हस्ताक्षर से दी गई तीन अलग-अलग तहरीरों के आधार पर धानेपुर थाने में स्थानीय पत्रकार उमा नाथ तिवारी के खिलाफ भारतीय दण्‍ड विधान की धारा 353, 354, 384 , 504, 506, 509 और अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी (सदर) को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि मृत बच्‍चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण दम घुटना बताया गया है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्‍टर रश्मि वर्मा ने कहा कि जन्म से पूर्व ही बच्चे द्वारा गंदा पानी पी लिए जाने के कारण मृत्यु होना संभावित है। इस बीच, प्राथमिकी दर्ज होने से नाराज पत्रकारों ने पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले मंगलवार को गांधी पार्क में एक बैठक करके प्रदेश के गृह और सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिवों को एक मांग पत्र भेजकर पूरे प्रकरण की किसी निष्पक्ष एजेंसी से उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। पत्रकारों का आरोप है कि एक गंभीर घटना से दबाव में आईं चिकित्सा अधीक्षक डॉक्‍टर सुमन मिश्रा ने पूरे पत्रकार समुदाय पर दवाब बनाने के मकसद से अपने सहयोगियों की तरफ से अभियोग दर्ज कराया है। उनका कहना है कि डॉक्‍टर सुमन मिश्रा ने जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम को बयान देकर मरा हुआ बच्चा पैदा होने तथा रात में ही उसे परिजनों के हवाले कर दिए जाने की बात कही गई है।

पत्रकारों ने कहा कि साथ ही उन्होंने बच्चे को रात में वार्मर पर रखे जाने की बात भी कही है, ऐसे में दोनों बातें एक साथ कैसे हो सकती हैं। गौरतलब है कि गत 27 अगस्त की रात मुजेहना स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराई गई एक महिला ने उसी रात एक शिशु को जन्म दिया था। परिजन ने अस्पताल कर्मियों की लापरवाही से नवजात की मौत होने का आरोप लगाते हुए अगले दिन सुबह अस्पताल में हंगामा किया था। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का अभियोग दर्ज किया था। साथ ही नवजात के चेहरे को किसी जीव द्वारा कुतरे जाने से शासन, प्रशासन में हड़कम्प मच गया था।


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Content Writer

Ajay kumar

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