‘निशानची’ के भी शान बन गए विनीत कुमार सिंह, भूमिका छोटी लेकिन धमाका काफी बड़ा
punjabkesari.in Friday, Sep 19, 2025 - 02:41 PM (IST)

UP Desk : भारतीय सिनेमा में कुछ कलाकार ऐसे होते हैं जो भले ही लीड रोल में न हों, लेकिन अपने सशक्त अभिनय से पूरी फिल्म की आत्मा बन जाते हैं। अनुराग कश्यप की नई फिल्म 'निशानची' में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है, जहां विनीत कुमार सिंह ने अपने शानदार अभिनय से फिल्म को एक नई पहचान दी है। हालांकि फिल्म में नए कलाकार ऐश्वर्य ठाकरे और मंझे हुए अभिनेता कुमुद मिश्रा और जीशान अय्युब भी मौजूद हैं, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि विनीत कुमार सिंह ही इस फिल्म के केंद्र में हैं। उनका किरदार भले ही कम समय के लिए आता है, फिर भी उसका दमदार प्रभाव पूरी कहानी को एक असाधारण स्तर पर ले जाता है।
अभिनय की गहराई में समाया 'जबरदस्त' का किरदार
फिल्म का सबसे बड़ा सरप्राइज़ विनीत कुमार सिंह का किरदार 'जबरदस्त' है। वह एक साधारण पहलवान है, जिसके सपने एक साज़िश का शिकार होकर चकनाचूर हो जाते हैं। विनीत ने इस किरदार की पीड़ा और निराशा को सिर्फ संवादों से नहीं, बल्कि अपनी आँखों और सूक्ष्म भावों से बखूबी बयां किया है। उनका अभिनय इतना गहरा और प्रभावशाली है कि वह पूरे कथानक का भावनात्मक आधार बन जाता है। वह केवल एक सहायक कलाकार नहीं हैं, बल्कि कहानी की वह धुरी हैं, जिसके इर्द-गिर्द पूरी फिल्म का सार घूमता है। 'जबरदस्त' के रूप में उनका प्रदर्शन इस बात का जीता-जागता सबूत है कि सच्चा अभिनय सिर्फ डायलॉग बोलने तक सीमित नहीं होता, बल्कि किरदार की भावनाओं को महसूस करने में होता है।
बहुमुखी प्रतिभा और लगन का प्रमाण
अपनी कलात्मक यात्रा में विनीत कुमार सिंह ने लगातार यह साबित किया है कि वे किसी एक ही इमेज में बंधे रहने वाले कलाकार नहीं हैं। 'मुक्काबाज' में एक बॉक्सर की भूमिका के लिए उन्होंने जिस तरह का शारीरिक और मानसिक बदलाव किया, वह आज भी एक मिसाल है। वहीं, 'छावा' में कवि कलश के ऐतिहासिक किरदार को उन्होंने जिस संवेदनशीलता के साथ निभाया, उसने उन्हें एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में स्थापित किया। 'सुपरबॉयज ऑफ मालेगांव' और 'रंगीन' जैसी फिल्मों में भी उनकी मौजूदगी उनके काम के प्रति उनके जुनून को दर्शाती है।
विनीत की सबसे बड़ी खासियत यही है कि उनके अभिनय में कोई दोहराव नहीं दिखता। वे हर किरदार को एक नई ऊर्जा और दृष्टिकोण के साथ जीते हैं, और अपनी एक अलग छाप छोड़ते हैं। यह कहना सही होगा कि उन्होंने अपनी मेहनत और दमदार काम से इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई है और वे उस सम्मान के सच्चे हकदार हैं, जिसकी हर प्रतिभाशाली कलाकार को तलाश होती है।