अत्यंत शुभ मुहूर्त में शपथ लेंगे योगी आदित्यनाथ, 70 हजार कार्यकर्ता रहेंगे मौजूद
punjabkesari.in Friday, Mar 25, 2022 - 12:29 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद दोबारा सत्तासीन होने जा रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नई सरकार का शपथ ग्रहण शुक्रवार की शाम 4 बजे यहां भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में होगा और योगी आदित्यनाथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। योगी आदित्यनाथ को बृहस्पतिवार को बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया है।
योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तिथि और दिन, नाथ पंथ के अनुसार अत्यंत शुभ है। इस दिन उन्हें शक्ति की कृपा प्राप्त होगी। नाथ पंथ वास्तव में शिव सहित शक्ति की आराधना है और योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तिथि अष्टमी व दिन शुक्रवार है। यह तिथि और दिन भगवती दुर्गा और मां लक्ष्मी से संबंधित है। शासन के लिए मां दुर्गा की शक्ति और भगवती लक्ष्मी के रूप में धन की भी आवश्यकता है। बता दें कि योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण मुहूर्त पर ग्रहों की गणना के आधार पर यह बातें साहित्यकार और शिक्षाविद अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताई है।
प्रदेश भाजपा महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देश भर के गणमान्य मेहमानों के अलावा 70 हजार कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में मंदिरों में लोक कल्याण की कामना के साथ हवन पूजन करके कार्यकर्ता शपथ ग्रहण समारोह के लिए निकले हैं। उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण का यह आयोजन राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
जिलों से मिल रही खबरों के अनुसार शपथ ग्रहण से पहले शुक्रवार की सुबह आठ से नौ बजे के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य भर के मंदिरों में जाकर लोक कल्याण के लिए पूजा अर्चना की। भाजपा के सांगठनिक 27 हजार शक्ति केंद्रों के स्तर पर कार्यकर्ताओं को पार्टी ने यह जिम्मेदारी सौंपी थी। वाराणसी से मिली खबर के मुताबिक योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से पहले वाराणसी में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना कर सरकार के लिए आशीर्वाद मांगा।
शपथ ग्रहण समारोह में लखनऊ रवाना होने पूर्व काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव ने वाराणसी के परेड कोठी स्थित महावीर मंदिर में पूजा अर्चना कर योगी सरकार के लिए आशीर्वाद मांगा। नमामि गंगे के पदाधिकारियों ने काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ मां गंगा का दूध से अभिषेक कर आरती उतारी। नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया , ‘‘ हमने मां गंगा की आरती कर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के उत्तम भविष्य के लिए प्रार्थना की।'' वाराणसी के भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने बताया कि वाराणसी के लगभग 2000 से अधिक पदाधिकारी लखनऊ में योगी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
इसके लिए बसों और चार पहिया वाहनों से कार्यकर्ता लखनऊ के लिए रवाना हो गये हैं। समारोह में प्रदेश भर के सामाजिक कार्यकर्ताओं, प्रमुख नेताओं, लेखक, साहित्यकार, चिकित्सक,अभियंता और धार्मिक मठ-मंदिरों के साधु-संतों को भी आमंत्रित किया जाएगा। देश भर के प्रमुख साधु संतों को भी आमंत्रित किया गया है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि देश के कई प्रमुख उद्योगपति कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में संपन्न हुए 403 विधानसभा क्षेत्रों का चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित हुआ जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 255 और सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने 12 तथा निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) ने छह सीटों पर जीत हासिल की। पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। इसके 37 वर्ष पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और तिवारी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। योगी आदित्यनाथ के खाते में 37 वर्ष बाद यह रिकॉर्ड दर्ज होगा।