फ्रांस हिंसा: जर्मनी के प्रो. जॉन बोले- योगी को भेज दो 24 घंटे में रुक जाएंगे दंगे, Tweet पर मचा घमासान
punjabkesari.in Sunday, Jul 02, 2023 - 04:33 PM (IST)

लखनऊ: 'फ्रांस की हिंसा चौबीस घंटे में रोक सकते हैं योगी' - खुद को जर्मनी का हृदय रोग विशेषज्ञ बताने वाले प्रो. एन जान कैम की ओर से किए गए इस ट्वीट को लेकर शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर घमासान मच गया। प्रो. जान के हैंडल से शुक्रवार शाम 6:09 बजे किए गए ट्वीट में कहा गया कि 'भारत को फ्रांस की हिंसा को संभालने के लिए योगी आदित्यनाथ को भेजना चाहिए। वह चौबीस घंटे स्थितियां संभाल लेंगे'। इसके बाद इस ट्वीट के रीट्वीट व उस पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया।
विश्व में याद किया जाता है योगी मॉडल
शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार की मीडिया टीम ने भी इस ट्वीट की विश्वसनीयता को बिना परखे रीट्वीट कर कहा कि विश्व में कहीं भी कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने पर 'योगी मॉडल' को याद किया जाता है। इसी बीच पक्ष व विपक्ष के दो खेमों में बंटे बुद्धिजीवियों के बीच वाकयुद्ध आरंभ हो गया।
ट्वीट करने वाले प्रो. जान पर उठे सवाल
एक ट्वीट के माध्यम से योगी को लेकर ट्वीट करने वाले प्रो. जान पर ही सवाल खड़ा कर दिया गया। कहा गया कि ट्वीट करने वाले का असली नाम नरेन्द्र विक्रमादित्य यादव है और हैदराबाद पुलिस का एक प्रेसनोट साझा कर आपराधिक इतिहास होने तक का दावा किया गया। इसके बाद दोनों खेमों में प्रतिक्रियाएं और तेज व तीखी हो गईं। तब प्रो. एन जान कैम की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि 'यह हास्यास्पद है।... दिखाता है कि किस तरह मुस्लिम तंत्र व लिबरल का गठजोड़ काम करता है।' शाम तक प्रो.जान की विधिक टीम ने ट्विटर पर मानहानि की चेतावनी भी जारी कर दी।
इससे दो दिन पहले प्रो. जान ने ट्वीट किया था, जिसमें बुलडोजर के साथ योगी आदित्यनाथ की सांकेतिक तस्वीर साझा कर कहा था कि 'भारत में कानून-व्यवस्था को संभालने का यही एक रास्ता है। इसके अलावा बाकी सब बेतुकी व बेकार की बात है'। ट्विटर पर चल रहे इस घमासान के बीच दो पक्षों में तकरार जारी रही। हालांकि यह साफ नहीं हो सका कि प्रो. एन जान कैम का ट्विटर हैंडल वास्तविक है या नहीं। लोग इसे लेकर अपनी पड़ताल कर रहे हैं।