योगी सरकार ने दी ‘किंग गिद्ध संरक्षण व प्रजनन केंद्र'' को मंजूरी, 5 एकड़ में होगा स्थापित

punjabkesari.in Friday, Sep 25, 2020 - 03:50 PM (IST)

गोरखपुरः गिद्धों को संरक्षण देने के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार गंभीर है। उत्तर प्रदेश गोरखपुर के वन प्रभाग में गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र की स्थापना प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। यह केंद्र फरेंदा क्षेत्र के भारी-बैसी गांव में 5 एकड़ में स्थापित किया जाएगा।

बता दें कि यह प्रदेश का ‘किंग वल्चर’ के संरक्षण का पहला केंद्र होगा। इसे हरियाणा के पिंजौर में स्थापित ‘जटायु संरक्षण प्रजनन केंद्र’ की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इस आशय का पत्र पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. दीपक कोहली ने जारी किया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसके लिए 82 लाख रुपये को मंजूरी देते हुए प्रभागीय वन अधिकारी गोरखपुर अविनाश कुमार से जून में ही विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी थी। अविनाश कुमार ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव सुनील पाण्डेय को समय से डीपीआर भेज दी। जिस पर 16 सितंबर को सहमति देते हुए अनुमोदन के लिए संयुक्त सचिव कार्यालय को भेजा गया था। 15 साल के इस प्रोजेक्ट पर तकरीबन 15 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

गौरतलब है कि भारतीय महाद्वीप पर गिद्धों की 9 प्रजातियां हैं। इनमें 3 प्रजातियां व्हाइट बैक्ड, लॉन्ग-बिल्ड और सिलेंडर-बिल्ड भारतीय वन्य जीव अधिनियम की अनुसूची (एक) के तहत संरक्षित हैं लेकिन इस केंद्र में किंग वल्चर के संरक्षण पर सर्वाधिक जोर होगा।

पर्यावरणविद् माइक हरगोविंद पाण्डेय ने इस बाबत कहा कि किंग वल्चर का प्रजनन एवं संरक्षण केंद्र को मंजूरी मिलना पृथ्वी पर किंग वल्चर के अस्तित्व को बचाने का एक बड़ा प्रयास है। यह केंद्र  लुप्तप्राय गिद्धों के संरक्षण एवं संरक्षण की दिशा में काम करेगा।

 


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Moulshree Tripathi

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