अमृत इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम से युवाओं को मिल रहे नये रोजगार के अवसर, कृषि क्षेत्र में भी युव बढ़ा रहा कदम

punjabkesari.in Friday, Oct 18, 2024 - 05:59 PM (IST)

कुशीनगर (अनुराग तिवारी): देश के युवाओं को कृषि क्षेत्र से जोड़ने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने हेतु इंडियन पोटाश लिमिटेड के सीएसआर तत्वाधान में अमृत इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम युवक/युवतियों के लिए चलाया जा रहा है। इसके तहत आई.पी.एल. खड्डा व सिसवा बाजार शुगर मिल के अन्तर्गत जुड़े किसानों को जागरूक करने और उन्नतशील खेती करने हेतु युवाओं को प्रशिक्षित करने का कार्य शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत दोनों मिलों से जुड़े 50 - 50 चिन्हित युवा 3 माह के लिए अपने आस-पास के क्षेत्रों में कृषि कार्य से जुड़े किसानों की जानकारी जुटाएंगे और अपने प्रशिक्षण के दौरान कृषि क्षेत्र का अनुभव भी जुटाएंगे। 3 माह के प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षुओं को हर माह 6000 रुपये मासिक भत्ता भी प्रदान किया जाएगा।

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कृषि क्षेत्र में रोजगार और उन्नतशील खेती के बारे में दिया जाएगा प्रशिक्षण
आज इसी क्रम में युवक/युवतियों को कार्यक्रम के बारे में प्रशिक्षण देने हेतु एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आई पी एल चीनी मिल खड्डा द्वारा आयोजित किया गया था जिसमें आईपीएल फाउंडेशन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. राजीव रंजन (रिटायर्ड, आईएएस),  डॉ. यू.एस. तेवतिया (मुख्य प्रबंधक, क़ृषि सांइंस, आई.पी.एल मुख्यालय ) ए पी सिंह (डिप्टी केन कमिश्नर) ,  सहायक चीनी आयुक्त नीलू सिंह यूनिट हेड खड्डा एन पी सिंह व यूनिट हेड सिसवा आशुतोष अवस्थी, केन हेड खड्डा सुधीर कुमार व केन हेड सिसवा धीरज सिंह, , डॉ. आर.पी.सिंह (मेन्टर आईपीएल फाउंडेशन),  नितिन राजा इक्रो दिल्ली अभय त्रिपाठी , पंकज सिंह ,मुनीर, (राइज फाउंडेशन ) सहित दोनों शुगर मिल से जुड़े कुल 120  प्रशिक्षु कार्यक्रम में मौजूद थे।  

अमृत इंटर्नशिप कार्यक्रम का उद्देश
आईपीएल फाउंडेशन द्वारा देश के युवाओं को कृषि क्षेत्र और ग्रामीण विकास में युवाओं को बढ़ावा देने हेतु अमृत इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम वर्ष 2022 से चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के युवा कृषि कार्य से जुड़े हुए किसान भाईयों के साथ जुड़कर समुदाय स्तर पर कृषि सम्बन्धी जानकारी प्राप्त करना है। इस कार्य हेतु 12वीं पास, डिप्लोमा या स्नातक के युवाओं को जोड़ा गया है।

 3 माह के इस प्रशिक्षण कार्य में युवाओं को कृषि क्षेत्र का अध्ययन कराया जाता है जिसमें उनको एकेडमिक शिक्षा के साथ – साथ निजी क्षेत्र में कृषि अनुभव हेतु प्रत्येक इंटर्न को 3 माह के प्रशिक्षण के दौरान 100 किसानों के साथ मिलकर उनकी जानकारी प्राप्त करना और कृषि कार्य की वास्तविक स्थिति से रूबरू होना। कार्यक्रम का प्रमुख उद्धेश्य यह है कि युवाओं को किसानों के बीच व्यावसायिक कौशल बढ़ाने और रोजगार को बढ़ावा देने हेतु प्रयास करना। कृषि क्षेत्र में बेहतर उत्पादकता बढ़ाना और नई तकनीक, नए फसल और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करना जिससे सतत विकास का लक्ष्य पूरा किया जा सके।


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Content Writer

Ramkesh

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