सरकारी सिस्टम की अनोखी गलती: बागपत के DM ऑफिस में पहुंचा ''भूत''! बोला – ''मैडम, मैं जिंदा हूं... '', जानें ये दिलचस्प किस्सा
punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 12:21 PM (IST)

Baghpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग राजेंद्र शर्मा को सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि वह पूरी तरह स्वस्थ और जीवित हैं। सबसे दुख की बात यह है कि पिछले एक साल से वह अफसरों को यह साबित करने में लगे हैं कि वह जिंदा हैं।
DM से गुहार- 'मैडम, मैं जिंदा हूं...'
राजेंद्र शर्मा की वृद्धा पेंशन अचानक बंद हो गई थी। जब उन्होंने इसकी वजह जाननी चाही तो पता चला कि सरकारी रिकॉर्ड में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। मजबूर होकर वह कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी (DM) अस्मिता लाल से मुलाकात की। उन्होंने डीएम से कहा कि मैडम, मैं जिंदा हूं और सांस ले रहा हूं। कृपया मेरी वृद्धावस्था पेंशन फिर से शुरू कराइए। यह सुनकर डीएम भी हैरान रह गईं और तुरंत अधिकारियों को सही जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
1 साल से दर-दर भटक रहे राजेंद्र शर्मा
राजेंद्र शर्मा का कहना है कि ग्राम पंचायत अधिकारी और समाज कल्याण विभाग की लापरवाही की वजह से उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पिछले एक साल से पेंशन नहीं मिल रही है और वह बार-बार दफ्तरों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
CM पोर्टल पर शिकायत के बाद हरकत में आई मशीनरी
थक-हारकर उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल (CM Portal) पर ऑनलाइन शिकायत की। इसके बाद मामले में अधिकारियों ने संज्ञान लिया। DM अस्मिता लाल ने शिकायत सुनने के बाद राजेंद्र शर्मा को मुख्य विकास अधिकारी (CDO) नीरज कुमार श्रीवास्तव के पास भेजा। सीडीओ ने बताया कि 25 तारीख को जांच पूरी कर एप्लीकेशन दोबारा वेरीफाई की गई है और अब राजेंद्र शर्मा को पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
सरकारी लापरवाही बनी चर्चा का विषय
इस मामले ने सरकारी लापरवाही की पोल खोल दी है। एक जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसकी पेंशन रोक देना, ना केवल प्रशासनिक गलती है बल्कि बुजुर्ग की गरिमा के साथ भी खिलवाड़ है। अब यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।