चित्रकूट ट्रेजरी में 120 करोड़ का घोटाला, 7 वर्षों से ऐसे चल रहा था रकम उड़ाने का काम
punjabkesari.in Friday, Oct 17, 2025 - 04:26 PM (IST)

चित्रकूट ( विरेंद्र शुक्ला ): उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में 120 करोड़ का पेंशन घोटाला सामने आया है जिससे चित्रकूट जिले के साथ साथ समूचे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया है।
आपको बता दें कि चित्रकूट जनपद के ट्रेजरी के सहायक अकाउंटेंट और ट्रेजरर ने रिटायर कर्मचारियों के साथ मिलकर रिटायर्ड शिक्षकों के खाते में कई बार मोटी रकम भेजी और बाद में उनसे मिलकर वह रकम निकाल लिया। एक रिटायर्ड शिक्षक की पत्नी की पेंशन जब रुकी तो वह इसका पता लगाने बैंक पहुंची तो उन्होंने बताया कि उनका खाता सीज है क्योंकि उसमें 31 लाख रुपए का फ्रॉड हुआ है। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस से की और तहरीर दी पुलिस जांच में पता चला कि घोटाले में महिला का भाई भी शामिल है जो ट्रेजरी के आरोपी अकाउंटेंट के साथ मिला हुआ है मामला सामने आने के बाद 95 संदिग्ध खातों को ऑडिट टीम ने सीज कर दिया है। इन्हीं खातों में पेंशन की रकम भेज कर घोटाला किया गया है ट्रेजरी ऑफिस के वरिष्ठ कोषाधिकारी ने आनन फानन में शुक्रवार को 99 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है।मामले की जांच आडिट टीम कर रही है।
आरोपियों से पूरी रकम की रिकवरी करने की तैयारी भी चल रही है पूरा मामल चित्रकूट जनपद के मऊ तहसील के गांव खंडेहा की रहने वाली 65 वर्षी कमला देवी के पति राजबहादुर सरकारी टीचर थे 50 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था जिसके बाद उनके बेटे को मृतक आश्रित से नौकरी मिली जबकि कमला देवी को पेंशन मिलने लगी। कमला देवी ने बताया बीते 6 महीने से मेरी पेंशन नहीं आ रही थी इसके बारे में पता करने व कई बार बैंक गई लेकिन वहां बताया गया की पेंशन अभी नहीं आई है इसके बाद 13 अक्टूबर को वह फिर से बैंक गई तो पता चला कि खाता सीज कर दिया गया है बैंक वालों ने नहीं बताया कि खाता क्यों सीज हुआ है इसके बारे में ट्रेजरी ऑफिस जाकर पता करने को कहा, कमला देवी के मुताबिक तत्काल वह ट्रेजरी ऑफिस गई और वहां के कर्मचारी से पूछताछ की जिसमें एक बाबू ने बताया कि उनके खाते में 31 लख रुपए गलत तरीके से चले गए हैं जो निकल भी लिए गए हैं इसलिए खाता सीज कर दिया गया है, यह रकम उनको लौटने भी होगी नहीं तो कार्रवाई भी होगी। यह सुनते ही कमल डर गई कमला देवी ने बताया कि कौशांबी में रहने वाले मेरे भाई ओमप्रकाश ने चित्रकूट के लालता रोड पर नया घर बनवाया है।|
उसने बताया था कि यह पैसे उसने भेजे हैं मैं भरोसे में आकर यह रकम उनको निकाल कर दे दी है कमला ने ओमप्रकाश को फोन करके पैसे के बारे में पूछा तो उसने फोन काट दिया तब कमला को शक हुआ और कमला ने अपने भाई के खिलाफ कर्वी थाने में शिकायत की है, जिसके बाद पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा तो वह फरार हो गया पुलिस ने जांच के लिए ट्रेजरी ऑफिस में संपर्क किया तब जाकर पता चला कि कमला के खाते के अलावा 95 रिटायर्ड शिक्षकों के खाते में इसी तरह से 120 करोड़ का फ्रॉड किया है इन खातों में 31 लाख तो कभी 45 लाख भेज कर रिटायर्ड टीचर से संपर्क कर पैसों का बंदरबांट किया गया है।
मामले को लेकर वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेश सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश ने पहले भी रिटायर शिक्षकों और उनकी पत्नियों के खाते में सरकारी राशि डलवा कर निकाल ली थी कमला देवी ने मऊ थाने में तहरीर दी है।और पूरे मामले की जांच की मांग की है अफसर ने बताया कि घोटाले की जांच चल रही है वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेश सिंह ने कहा कि आडिट टीम ने घोटाला पकड़ा था जिसकी गोपनीय तरीके से जांच चल रही है। इसमें ट्रेजरी का सहायक लेखाकार अस्सिटेंट अकाउंटेंट संदीप श्रीवास्तव अकाउंटेंट अशोक कुमार रिटायर्ड सहायक लेखाकार अवधेशकुमार रिटायर्ड के बाद ट्रेजरी में संविदा पर काम कर रहे थे यह सभी लंबे समय से ट्रेजरी में पेंशनर्स के खातों में करोड़ों का हेर फेर कर रहे थे। संदिग्ध 95 खातों को सीज कर दिया गया है जांच में पता चला है कि यह खेल लगभग 7 सालों से चल रहा था एसबीआई, बैंक आफ बडौदा, इंडियन बैंक, आर्यावर्त बैंक के खाते में पैसा भेजा जा रहा था। वित्तीय वर्ष 2023 - 2024 का ऑडिट करने आई टीम ने इस मामले का खुलासा किया है अभी तक इस पूरे मामले में पता चला है कि 22 लख रुपए रिकवर किए गए हैं।
दरअसल घोटालेव द्वारा रिटायर्ड शिक्षकों के खाते में पैसा डाला जा रहा था उनको कुछ कमीशन देकर उनके खाते से पैसा निकाल लिया जाता था कमला के भाई ने कई रिटायर शिक्षकों के खाते में रकम भिजवाई और उन्हें इनकम टैक्स बचाने का झांसा देकर पैसे वापस मांगे इसके बदले उन्हें भी कमीशन दिया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक चित्रकूट अरुण कुमार ने बताया है कि कोषागार से पेंशनर्स के खाते में हुई अनियमित भुगतान को लेकर केस दर्ज किया गया है सी ओ के नेतृत्व में एसआई टी जांच कर रही है 93 खातों में गलत तरीके से भुगतान किया गया है इसमें दो मौजूद कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई है जो ट्रेजरी ऑफिस में पेंशन का पटल देख रहे हैं थे इसके अलावा कुछ संविदा कर्मचारियों का भी पता चला है सभी से पैसे की रिकवरी कराई जाएगी जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।