जिला अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर वसूली मोटी रकम, तीमारदारों का वीडियो वायरल
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 09:08 AM (IST)

अम्बेडकरनगर (कार्तिकेय द्विवेदी ): उत्तर प्रदेश सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। ताजा मामला संयुक्त जिला चिकित्सालय अम्बेडकर नगर नगर से जुड़ा है। जहां ग्रामीण अंचल से दूर दराज से चलकर गरीब जनता अपनी देखभाल एवं इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचती है तो वह टकटकी लगाए बैठे कुछ बिचौलियों के माध्यम से अस्पताल के स्टाफ मरीजों का दोहन शुरू कर देते है। जिससे वे हताश निराश होकर बिचौलियों एवं अस्पताल के स्टाफ के हाथों लूटने को मजबूर हो जाते है।
मामला जिला अस्पताल के ऑर्थो ओटी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अभी कल भीं एक वीडियो जिला अस्पताल के सीएमएस का वायरल हुआ था,जिसमें वह स्वयं कबूल कर रहे है कि बाहर कि दवाएं ज्यादा कारगर साबित होती है यहां कि दवाओं से कोई विशेष फायदा नहीं होगा बल्कि इन्फेक्शन फैलने का खतरा बना रहता है। वही आज एक बार फिर भर्ती मरीजों के तीमारदारों एवं मरीजों ने बताया कि उनसे ऑपरेशन के नाम पर बाहर से समान लाने के लिए पर्चा पकड़ा दिया जाता है।
जब तीमारदार मेडिकल स्टोर पर पर्चा लेकर पहुंचता है तो मेडिकल स्टोर वाले साहब तीमारदार से पर्चा लेकर उसे हजार दो हजार का ऑपरेशन से संबंधित सामान पकड़ा दिया जाता है। बदले में कुछ तीमारदारों से 16200कुछ से 16800रुपए मांगा जाता है और जब तीमारदार मेडिकल वाले से सवाल पूछाते है कि इन दो चार छोटे छोटे सामानों का इतना रुपया तो मेडिकल स्टोर वाले साहब कहते आप इसे ले जाइए बाकी सामान अस्पताल के ओटी में पहुंच जाएगा।
मरीज के तीमारदारों से मोटी रकम तो वसूली ही जाती है बदले में बिल भी नहीं मिलता है। फिर सवाल उठना लाजमी है कि आखिर इन सब कारनामे के पीछे कौन है ? कौन मेडिकल स्टोर से सर्जरी का सामान अस्पताल की ओटी तक पहुंचाता है?सर्जरी का सामान पहुंचता भी है या फिर कोई खेला किया जाता है? तीमारदारों को सामन क्यों नहीं दिया जाता है?तीमारदारों को दुर्गा मेडिकल स्टोर वाले साहब बिल क्यों नहीं देते है ? ऐसे में सवाल उठना लाजमी भी है।
क्या इसका पर्दा फाश होगा पर्दे की पीछे छिपे बिचौलियों और अस्पताल स्टाफ के गठजोड़ का खुलासा करने में जिला प्रशासन सफल होगा या फिर जांच के नाम पर महज खानापूर्ति की जाएगी और मरीजों के तीमारदार लुटते रहेंगे यह सब एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
वही जब इस मामले में जिला अधिकारी अनुपम शुक्ला से बात कि गई तो उन्होंने सीएमएस से सारे सामानों को जिला अस्पताल में उपलब्ध कराने को कहा और अस्पताल से ही बिल बनाकर देने को कहा....जिला अधिकारी ने बताया कि जो सामान गवर्नमेंट सप्लाई में उपलब्ध है वह अस्पताल से दिया जाएगा जो नहीं उपलब्ध है ...और मरीज के लिए जरूरी है उसे अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा और उसका बिल भी दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सीएमएस को निर्देश दे दिया है...यदि बाहर से सामान मंगाया जा रहा है तो यह गलत है...जैसा कि पता चला है कि यदि किसी तरीके का वहां रैकेट कार्य कर रहा है तो एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।