3 साल की मासूम से दरिंदगी, Ice Box में फेंका... कोर्ट ने 58 दिन में सुनाया फांसी का फरमान, बुलडोजर से मिटा दी दरिंदे की हवेली!

punjabkesari.in Tuesday, Sep 09, 2025 - 01:44 PM (IST)

Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। जहां एक 3 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने, उसे आइस बॉक्स में बंद कर जंगल में फेंकने और इलाज के दौरान उसकी मौत होने पर कोर्ट ने आरोपी को मौत की सजा (फांसी) सुनाई है — और वो भी सिर्फ 58 दिन के अंदर। इस मामले में अदालत ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि दोषी को तब तक फांसी पर लटकाया जाए, जब तक उसकी मौत ना हो जाए। साथ ही, आरोपी का मकान बुलडोजर से गिरा दिया गया है। इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई की तारीफ भी की गई है।

क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना जून 2025 की है। बांदा जिले के चिल्ला थाना क्षेत्र में एक 3 साल की बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी। तभी एक युवक सुनील निषाद ने उसे टॉफी का लालच देकर अगवा कर लिया। वो बच्ची को एक सुनसान जगह ले गया और दरिंदगी (दुष्कर्म) की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद, बच्ची को मरा समझकर एक आइस बॉक्स में बंद किया और जंगल में फेंक दिया।

ऐसे पकड़ में आया आरोपी
जब बच्ची गायब हो गई तो परिजन और पुलिस उसकी तलाश में जुटे। इस दौरान आरोपी सुनील घर आया तो उसके कपड़े खून से सने हुए थे। शक होने पर परिजनों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर बच्ची को बेहोशी की हालत में जंगल से बरामद किया गया और अस्पताल ले जाया गया।

मासूम ने तोड़ा दम
बच्ची को पहले स्थानीय अस्पताल और फिर कानपुर के अस्पताल में रेफर किया गया। वह एक हफ्ते तक आईसीयू में भर्ती रही, लेकिन बचाई नहीं जा सकी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

58 दिन में मिला इंसाफ
इस जघन्य अपराध के बाद पुलिस ने पूरी तेजी से जांच की। 7 जुलाई को चार्जशीट दाखिल की गई। 11 गवाहों को कोर्ट में पेश किया गया और फिर 8 सितंबर को अदालत ने फांसी की सजा सुना दी। जज प्रदीप कुमार मिश्रा ने कहा कि, ऐसे अपराधी को तब तक फांसी पर लटकाया जाए, जब तक उसकी मौत ना हो जाए।

बुलडोजर चला, मकान भी ढहा
जैसे ही आरोपी को सजा मिली, प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसका 3 बिस्वा में बना आलीशान मकान बुलडोजर से गिरा दिया। डीएम जे. रिभा और एसपी पलाश बंसल के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई।

पुलिस और कोर्ट की तारीफ
सरकारी वकील कमल सिंह गौतम ने बताया कि पुलिस ने इस केस को बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से हैंडल किया। तेज जांच, सबूतों का सही इस्तेमाल और गवाहों की पेशी की वजह से अदालत को सजा सुनाने में देर नहीं लगी। एसपी पलाश बंसल ने कहा कि इस सख्त सजा से समाज को साफ संदेश जाएगा कि बच्चियों के साथ दरिंदगी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Anil Kapoor

Related News

static