मोदी-योगी के साथ धर्म विशेष पर टिप्पणी करने वाले दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज

punjabkesari.in Thursday, Aug 27, 2020 - 02:05 PM (IST)

इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में तैनात बहुचर्चित विवादित निलंबित दरोगा विजय प्रताप सिंह के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा एक धर्म से जुड़े हुए आराध्यों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने आज यहां कहा कि निलंबित दरोगा विजय प्रताप के खिलाफ सिविल लाइन थाने में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। जिसकी जांच गहनता के साथ करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। एक मुकदमा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह ने सिविल लाइन थाने में धारा 124 ड्ड व 66 आईटी एक्ट में दर्ज कराया है। जिसमे कहा गया है कि सोशल मीडिया पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति अपमानजनक टिप्पणी कर समाज में द्वेष भावना पैदा करने मे निलंबित दरोगा विजय प्रताप सिंह लगा हुआ है। इसलिए इसके खिलाफ मामला दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जरूरत है।

दूसरा मुकदमा इसी थाने में अखिल भारतीय महासभा से जुड़े शैलेंद्र चौधरी, यशवर्धन चौधरी, योगेंद्र चौधरी, शिवेक चौधरी, आकाश अवस्थी और पवन दुबे ने सोशल मीडिया पर एक धर्म विशेष के देवी देवताओं के प्रति वैमनस्यपूर्ण पोस्ट करने पर धारा 153 ड्ड व 66 आईटी एक्ट में दर्ज कराया गया है। जिसकी जांच के लिए अभी किसी भी अधिकारी को नामित नहीं किया गया है।

जिस दरोगा विजय प्रताप सिंह के खिलाफ यह मामले दर्ज कराए गए है। उनकी इटावा में तैनाती के दौरान पृष्ठभूमि विवादित रही है। उनके खिलाफ कई ऐसे सनसनीखेज मामले सामने आए हैं जो पुलिस रेगुलेशन एक्ट के खिलाफ माने जा रहे हैं इसीलिए उसके खिलाफ निलंबन की कारर्वाई के साथ-साथ में विभागीय जांच भी मौजूदा वक्त में चल रही है। साल 2019 के आखिर दिनों में दरोगा विजय प्रताप सिंह तब पहली दफा सुर्खियों में आया था जब पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) से नाराजगी जताकर 60 किलोमीटर दूर स्थित बिठौली थाने के लिए दौड़ लगाकर 45 किलोमीटर दूरी के बाद बेहोश हो गया। दौड़ लगाने के आरोपों में दरोगा विजय प्रताप को तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने निलंबित कर दिया था। उस पर ड्यूटी से गायब रहने और अनुशासनहीनता को कार्रवाई का आधार बनाया गया था। असल में दरोगा बीहड़ क्षेत्र के थाने में पोस्टिंग से नाराज था।

पिछले महीने कचहरी में वकील धर्मेंद्र पांडे के साथ मारपीट को लेकर कई वकीलों ने दरोगा विजय प्रताप के साथ मारपीट कर दी थी जिसमें वकील धर्मेंद्र पांडे ने दरोगा विजय प्रताप सिंह के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया वहीं दूसरी ओर निलंबित दरोगा विजय प्रताप सिंह ने दलित एक्ट के साथ-साथ लूटपाट जैसी अन्य धाराओं में वकील धर्मेंद्र पांडे समेत कइयों को नामजद किया था जिसकी अलग-अलग जांच की जा रही है। सोशल मीडिया पर दरोगा के राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के वीडियो अपलोड हुए थे। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के विरुद्ध टिप्पणियां लिखने की शिकायतें भी मिली थीं। 


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Umakant yadav

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