UP में संवेदनहीन स्वास्थ्य सेवा! नवजात की मौत पर नहीं मिली एंबुलेंस, पिता बाइक पर शव लादकर ले जाने को मजबूर, झकझोर देगा 25 सेकेंड का Viral Video

punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 12:37 PM (IST)

कौशांबी (कुलदीप द्विवेदी) : उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता का ऐसा मामला प्रकाश में आया है, जो आपकी आत्मा को झकझोर देगा। यह घटना आपको बताएगी कि स्वस्थ भारत के नारे और हकीकत में कितना फर्क है। पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के लौगांव गांव के सुंदरलाल की पत्नी रामलाली देवी ने सोमवार रात मेडिकल कॉलेज मंझनपुर में बेटे को जन्म दिया। लेकिन सुबह मासूम की सांसें थम गईं। इसके बाद सिस्टम का असली “तमाशा” शुरू हुआ।

परिजन बाइक पर लादकर ले गए नवजात का शव
परिजन शव वाहन की गुहार लगाते रहे, हाथ जोड़ते रहे, मगर प्रशासन ने कहा, “गाड़ी उपलब्ध नहीं है।” आख़िरकार लाचार पिता और दादा ने नवजात के शव को एक कपड़े में लपेटा और मोटरसाइकिल पर रखकर गांव की ओर निकल पड़े। मां को बेड पर अकेला छोड़ना पड़ा क्योंकि बाइक पर तीन ही लोग बैठ सकते थे। 20 किलोमीटर के सफर में पीछे छूट गई अस्पताल की दीवारों में गूंजती संवेदनहीनता। शायद सरकारी गाड़ियां सिर्फ बड़े नेताओं और वीआईपी मेहमानों के लिए आरक्षित हैं। आम जनता के हिस्से में तो बस मोटरसाइकिल ही आती है। 

सीएमओ ने दिया जांच का आश्वासन  
दृश्य इतना मार्मिक था कि मेडिकल कॉलेज में मौजूद लोगों की आंखें भर आईं, मगर अस्पताल प्रशासन की आंखें सूखी ही रहीं। शायद वहां आंसुओं का बजट भी तय होता होगा। मामले को लेकर सीएमओ ने कहा, “102 नंबर की गाड़ी तुरंत मिलती है, यदि नहीं मिली तो गलत है, जांच कराई जाएगी।”


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Content Editor

Purnima Singh

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