बैंक मैनेजर ने कहा-चाहे फांसी लगाओ या मकान बेचो कर्जा अदा करो, किसान ने की आत्महत्या
punjabkesari.in Friday, Jun 29, 2018 - 06:59 PM (IST)
हरदोईः उत्तर प्रदेश में कर्ज से परेशान होकर किसानों द्वारा आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने का फैसला कर लेते हैं। इसी कड़ी में ताजा मामला हरदोई का है। यहां बैंक अधिकारियों की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर एक किसान ने मौत को गले लगा लिया।
जानकारी के मुताबिक मामला जिले के कोतवाली पिहानी के सिमौर गांव का है। यहां के रहने वाले पेशे से किसान और दलित बिरादरी के श्यामलाल ने आज फांसी लगाकर आत्महत्य़ा कर ली। श्यामलाल पर बैंक का करीब 50 हजार का कर्जा था। परिजनों का आरोप है कि सरकार की कर्जा माफ़ी स्कीम के तहत श्यामलाल के पास 17 बीघा खेत होने के कारण कर्जा माफ़ नहीं हुआ था। जिसके बाद उन्होंने कर्जा माफ़ करने की गुहार लगाई थी। इसी के चलते श्यामलाल अपने एक परिजन के संग बैंक में अपनी कर्जा माफ़ी की बात पता करने गए थे।
परिजनों का आरोप है कि मृतक क्रेडिट कार्ड के 45 हजार रुपए के वर्ष 2014 का कर्जदार है। बैंक आफ इंडिया के शाखा प्रबंधक से जब श्यामलाल ने अपने कर्जे की बाबत पूछताछ की तो बैंक मैनेजर ने उनके साथ बदसलूकी की और कहा कि बैंक का कर्जा चुकाओ, चाहे फांसी लगाकर चुकाओ, चाहे अपना मकान बेचकर बैंक का कर्जा अदा करो।
परिजनों के मुताबिक इसी बात से आहत श्यामलाल ने घर से कुछ दूर एक पेड़ में लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल घटना की जानकारी पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस किसान की मौत के मामले में जांच करने में जुटी है।