फर्जी किसान बनकर सरकारी कर्मचारी ने CM Yogi से लिया पुरस्कार, जांच के आदेश

punjabkesari.in Friday, Jul 28, 2023 - 07:47 PM (IST)

बस्ती: क्या आप कभी सोच सकते है कि देश के सबसे बड़े राज्य और कर्तव्यनिष्ठ, कड़क, ईमानदार मुख्यमंत्री के साथ भी कोई धोखा कर सकता है। जिस मुख्यमंत्री के किस्से पूरी दुनिया में मशहूर है। जिनका मॉडल विदेशो में अनुसरण किया जा रहा है। उन्हें उनके ही राज्य में एक समारोह में बुलाकर उनके ही अफसरों ने चुना लगा दिया। दरअसल, आरोप है कि फर्जी किसान बनकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आम महोत्सव में पुरस्कार एक सरकारी कर्मचारी ने लिया है।

 

बता दें कि लखनऊ में हर साल की तरह इस साल भी मैंगो फेस्टिवल का आयोजन हुआ।जिसमें कई प्रदेश के आम की पैदावार करने वाले किसान खुद के द्वारा उगाए गए आम लेकर इस प्रतियोगिता में शामिल होने पहुंच। बस्ती जनपद के किसानों ने भी हर वर्ष की तरह इस महोत्सव में भाग लिया। मगर इस कार्यक्रम में अचानक बड़े वाले साहब की एंट्री हुई और किसानों के आम को बस्ती उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने ही अपने नाम से प्रस्तुत कर खुद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुरस्कार झटक लिया। बेचारे असली किसान मन मसोट कर रह गए और विभागीय कर्मी ही किसान बनकर खुद पुरस्कार ले उड़े। इस मामले का खुलासा होते ही संयुक्त निदेशक जिला औद्यानिक केंद्र डॉक्टर अतुल सिंह ने जांच बैठा दी है, और कहा कि ये गलत है, कोई कर्मचारी किसान बनकर इस प्रतियोगिता में भाग नही ले सकता।


अधिकारी के इशारे पर सरकार से लिया किसानों का हक 
उन्होंने बताया कि पुरस्कार लेने वाले कर्मचारियों में एक कृषि वैज्ञानिक जिसका नाम शुभम है, माली संजय और खुद संयुक्त निदेशक के ड्राइवर राम सुभावन शामिल है। जो अपने अधिकारी के इशारे पर सरकार द्वारा मिलने वाले पुरस्कार को हड़प लिए।इस महोत्सव में असली किसानों का मनोबल गिर गया, पूरे साल मेहनत करके उन्होंने आम का पेड़ लगाया, उसमे फल आए तो वह रंग बिरंगे आमो को लेकर राष्ट्रीय आम फेस्टिवल में प्रतिभाग किया और उसके फल की जब बारी आई तो अधिकारी कर्मचारी खुद पुरस्कार लेकर सरकार को ही चुना लगा दिए। फिलहाल मामले का खुलासा होते ही अधिकारियों ने जांच बैठा दी लेकिन उद्यान विभाग के अधिकारियों के इस कारनामे से एक बात तो साफ हो गया कि अपने हित को साधने के लिए ये मुख्यमंत्री से भी धोखा करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
 

आम प्रदर्शनी में किसानों को मिलते हैं पुरुस्कार 
उत्तर प्रदेश आम महोत्सव में आम की किस्मों के आधार पर यह पुरस्कार केवल आम उत्पादक किसानों को ही प्रदान किया जाता है। बस्ती जिले से भी आम उत्पादक किसानों के आम प्रदर्शनी में लगाने गए थे। बस्ती जिले के किसानों द्वारा लगाए गए रंगीन आमों की किस्मों को पुरस्कार नहीं मिला. लेकिन किसानों की जगह बस्ती उद्यान विभाग में कार्यरत शुभम सिंह नाम के कर्मचारी ने 2 पुरस्कार झटक लिए जबकि माली संजय ने 4 और संयुक्त निदेशक के ड्राइवर राम सुभावन नें 1 पुरस्कार प्राप्त किया. इस दौरान संयुक्त निदेशक अतुल कुमार सिंह महोत्सव स्टाल पर ही मौजूद रहे। इन अधिकारीयों से जब बस्ती से पुरस्कार प्राप्त करने वाले लोगों का पता लगाए गए आम की किस्मों, आदि के बारे में पूंछा गया तो पहले उनके द्वारा कोई भी जानकारी नहीं दी गई। जवाब दिया भी तो वो भी गोलमोल तरीके से। मामले की जानकारी हो जाने के बावजूद विभाग को धोखे में रख कर पुरस्कार झटकने वाले विभागीय कर्मचारियों को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा, मगर इससे असली किसानों में भारी रोष है।

यूपी समेत कई प्रदेश के किसान आम महोत्सव में लेते हैं हिस्सा 
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित अवध शिल्पग्राम में इस साल आम की सैकड़ों प्रजातियों के प्रदर्शन का गवाह बन गया जब उत्तर प्रदेश आम महोत्सव के तहत आम की अलग अलग रंग, रूप और स्वाद वाली करीब 725 से भी अधिक प्रजातियों का प्रदर्शन उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, और उत्तराखंड के किसानों द्वारा किया गया. लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में चला यह आम महोत्सव इतना प्रभावी रहा की लखनऊ सहित प्रदेश के अलग अलग जिलों के हजारों किसान आम की विभिन्न किस्मों का दीदार करने आया और आम के सफल बागवानी से आम की बागवानी के टिप्स भी लिए।

महोत्सव में 50 से ज्यादा लगाये स्टॉल
लखनऊ अवध विहार योजना के अवध शिल्पग्राम में लगाये गए 'उत्तर प्रदेश आम महोत्सव -2023' में महोत्सव देखने आए लोगों ने न केवल आम की किस्मों पर जानकारी ली बल्कि आम और आम से बने उत्पाद भी ख़रीदे। इस महोत्सव में 50 से ज्यादा स्टॉल लगाये गए जिस पर 725 से ज्यादा आम की किस्मों का प्रदर्शन 300 से भी अधिक आम के बाग़वानों और विक्रेताओं द्वारा किया गया। इस मौके पर आम से बने उत्पादों हैंडीक्राफ्ट, फूड स्टॉल, आदि के साथ आम खाने की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2023 में आगाज किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आम महोत्सव के माध्यम से हमारे किसानों और बागवानों की मेहनत व प्रदेश की औद्यानिक फसलों की सम्भावनाओं को देखने, समझने का अवसर प्राप्त हो रहा है.  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें आम महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर आम के बागवानी के क्षेत्र में बेहतर करने वाले किसानों और निर्यातकों को सम्मानित भी किया। 

आम महोत्सव लखनऊ में रंगीन आमों की किस्मों नें लोगों को खूब लुभाया. रंगीन आमों की किस्मो में जो ख़ास रहे उसमें विदेशी प्रजाति का टॉमी एटकिन्स, सेंसेसन, अरुनिका, अम्बिका, अरुणिमा, पूषा श्रेष्ठ, पूषा प्रतिभा, नारद, दर्जनों किस्में लोगों को लुभाती रहीं. बड़े साइज की किस्मों के साथ सेल्फी की लगी रही होड़ आम महोत्सव में जहाँ रंगीन किस्मों ने अलग छाप छोड़ी वहीँ बहुत सी किस्मों किस्में ऐसी रहीं जिनका वजन 2 से 4 किलोग्राम तक रहा. इसमें राजा वाला, नूर जहाँ, सरदार, हाथी झूल, बदामी, गदामार जैसी दर्जनों किस्में शामिल रहीं. इन आमों की किस्मों के साथ सेल्फी


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Content Writer

Ramkesh

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