सवाधान! विदेश में नौकरी के नाम पर साइबर फ्रॉड, लाओस भेजकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 02:50 PM (IST)
अम्बेडकरनगर (कार्तिकेय द्विवेदी): जनपद अम्बेडकरनगर की टांडा कोतवाली पुलिस और स्वाट/सर्विलांस टीम ने अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड व मानव तस्करी से जुड़े एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह युवाओं को विदेश में डाटा एंट्री की नौकरी दिलाने का लालच देकर उन्हें साइबर स्लेवरी के जाल में फँसाता था। पुलिस ने इस कार्रवाई को साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया है।
शिकायतकर्ता आफताब आलम, निवासी थाना गोसाईंगंज अयोध्या, ने पुलिस को बताया कि आरोपी मोहम्मद खलील व मोहम्मद साद ने विदेश में नौकरी का झांसा देकर उसे 21 सितंबर 2025 को लाओस भेजा था। वहां पहुँचने पर बताया गया कि रात में एक व्यक्ति के साथ बॉर्डर पार कराया जाएगा और गोल्डन ट्रायंगल क्षेत्र में कंप्यूटर संबंधी कार्य करना होगा। इस दौरान तीन घायल युवकों ने खुलासा किया कि उन्हें कंपनी में कैद कर साइबर फ्रॉड कराया जाता है तथा विरोध करने पर मारपीट व अमानवीय व्यवहार किया जाता है। किसी तरह आफताब वहां से भागकर एयरपोर्ट पहुँचा लेकिन आरोपी साद ने उसे वापस लौटने का दबाव बनाया और पासपोर्ट लौटाने का लालच दिया।
पुलिस जांच में पाया गया कि आरोपी खलील के मोबाइल से वीजा, पासपोर्ट, एयर टिकट और चैट के महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं। खलील ने स्वीकार किया कि साद प्रति युवक 40–50 हजार रुपये देने की बात कहता था। वहीं, साद के पासपोर्ट से गोल्डन ट्रायंगल SEZ में उसकी नियमित आवाजाही प्रमाणित हुई है। बैंक स्टेटमेंट में दोनों के बीच लेन-देन के सबूत भी मिले।
दोनों आरोपितों को 18 नवंबर 2025 को गिरफ्तार कर मु0अ0सं0 379/25 धारा 143(2)/318(4) बीएनएस के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस टीम को उत्कृष्ट कार्य के लिए एसपी द्वारा ₹25,000 पुरस्कार की घोषणा की गई।

