देवरिया नरसंहार: हत्याकांड में ब्राह्मण बनाम यादव की लड़ाई में कूदे ओम प्रकाश राजभर, दिया बड़ा बयान
punjabkesari.in Tuesday, Oct 10, 2023 - 12:54 PM (IST)

देवरिया नरसंहार: उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए नरसंहार के एक हफ्ता होने के बाद भी घटना स्थल पर पुलिस, पत्रकार और लोगों का जमावड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, इस घटना को लेकर पक्ष-विपक्ष सियासी रोटियां सेकने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी बीच यादव और ब्राह्मण की लड़ाई में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर का भी बयान सामने आया है।
एनडीए गठबंधन में शामिल सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर से जब देवरिया कांड पर हो रही सियासत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, "ऐसी घटनाओं में हम उन साथियों को कहना चाहते हैं कि अफवाह न फैलाएं। सरकार दोनों पक्षों को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है। हम इस मामले में इस बात के पक्ष में नहीं है कि इसे यादव बनाम ब्राह्मण बनाया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि इस केस में पाल, राजभर भी शामिल हैं, ब्राह्मण भी शामिल हैं और यादव भी शामिल हैं तो फिर कैसे ये एक जाति का मामला हो गया। सुभासपा प्रमुख ने कहा कि अगर राजनीति करने वाले लोग देवरिया कांड को ब्राह्मण बनाम यादव बनाने की कोशिश कर रहे हैं तो हम इससे कतई सहमत नहीं है, दोनों पक्ष ही पीड़ित हैं. हम चाहते हैं कि दोनों पक्षों की आर्थिक मदद होनी चाहिए।
सपा और भाजपा आमने- सामने
देवरिया हत्याकांड के बाद एक तरफ जमीन पर तनाव है, तो दूसरी तरफ इस मामले को लेकर सियासत भी हो रही है। बीते दिन मृतक सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कई हजार लोग जुटे। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने सपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये लोग मेरे ऊपर जातिवादी होने और हत्या करवाने का आरोप लगा रहे हैं। मैं इन्हें 1000 बार जांच कराने की चुनौती देता हूं. बीजेपी विधायक के इस बयान पर अब सपा नेता शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया आई है। शिवपाल ने कहा कि आप (शलभमणि त्रिपाठी) सियासी रोटी सेंकना बंद करें।
शलभमणि के बयान पर शिवपाल का पलटवार
शिवपाल यादव ने ट्विटर (अब X) पर लिखा- "देवरिया कांड पर माननीय विधायक कह रहे हैं कि अगर सपा की हैसियत है तो उनकी एक हजार जांच करा लें। विधायक जी, सपा तो विपक्ष में है। आप सियासी रोटी सेंकना बंद कर प्रशासन की जवाबदेही व जिम्मेदारी तय करा लें और अगर पीड़ितों को निष्पक्ष न्याय दिलाने की आप में हैसियत हो तो न्याय जरूर दिला दें।