दलित बस्ती पर विद्युत विभाग का कहर, पूरे गांव की बिजली काट गए जेई, सामूहिक सज़ा में पिस रहे बिल अदा करने वाले भी
punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2025 - 12:09 PM (IST)
रामपुर (रवि शंकर) : एक ओर बड़े उद्योगपतियों, अधिकारियों और सरकारी विभागों पर करोड़ों की बकाया होने के बावजूद विद्युत विभाग कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है लेकिन गरीब गांव वालों और दलित बस्तियों में कुछ लोगों का बिल बकाया होने पर पूरे के पूरे इलाके की बिजली काट कर सामूहिक दंड दिया जा रहा है।
समय से बिल देने वालों की भी काटी बिजली
उत्तर प्रदेश के विद्युत विभाग के ऐसे कारनामों का सिलसिला रामपुर में जारी है। अभी पिछले सप्ताह गांव में कुछ लोगों का बिल बकाया होने पर जटपुरा गांव की बिजली काटी जाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब दलित बस्ती सैदनगर मुंडिया की बिजली काट दी गई। ऐसे में जिन लोगों का बिल समय से अदा हो रहा है वह भी अंधेरे में रहने को मजबूर हैं और परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उनके बच्चे पढ़ाई को लेकर परेशान हैं। विद्युत विभाग के अधिकारी कैमरे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं लेकिन फोन पर वह अपने दुस्साहस की पूरी कहानी सुनाते नहीं रुक रहे।
तुम लोगों को सबक हंड्रेड परसेंट मिलना चाहिए - जेई
प्रधान पति गंगाराम ने बताया कि इस गांव का नाम सेदनगर कॉलोनी है। यह पूरी दलित बस्ती है। यहां बिजली के तकरीबन 40 कनेक्शन हैं। जिसमें कुछ लोगों के बकाया है और कुछ लोगों ने जमा भी कर दिए हैं। यहां कल जेई साहब आए थे और पूरे गांव की लाइट काट गए। उनसे कहा भी यहां बच्चे पढ़ रहे हैं। बच्चे स्कूल जाते हैं। एग्जाम होने वाले हैं। उन्होंने कुछ नहीं सुना, उन्होंने कहा हमें सबक हंड्रेड परसेंट चाहिए। हमने कहा करवा देंगे थोड़ा टाइम दीजिए, उन्होंने कुछ सुना नहीं और तार काट दिए और हमारा पूरा गांव अंधेरे में है। यहां 60 से 65 परिवार हैं। हमें बहुत दिक्कत आ रही है, छोटे बच्चे हैं जो स्कूली बच्चे हैं। वह पढ़ नहीं पा रहे हैं और जो छोटे बच्चे हैं वह रो रहे हैं। बिना लाइट के बिलक रहे हैं।
हमारे साथ जियात्ती हो रही - पूर्व प्रधान हरपाल
पूर्व प्रधान हरपाल ने बताया कि यह बाल्मीकि बस्ती है। यहां जियात्ती हो रही है। हम लोगों के साथ, हम गरीब लोग हैं। जहां एक-एक लाख रुपए का बिल है उनकी लाइट काटी नहीं जा रही है और यहां हमारे गरीब लोगों के 10 या 15 हजार के बिल है और बिल इस टाइम मांगने आते हैं जब किसी को देने की गुंजाइश नहीं होती है। जिन लोगों के बिल जमा है उन्हें तो लाइट मिलनी चाहिए और जिनकी नहीं है उनकी भी काटी जा रही है और जिनके जमा है उनकी भी काटी जा रही है यह बिजली वालों की जियात्ति हो रही है। लाइट नहीं होने से पानी की दिक्कत है और बहुत परेशानी हो रही है। जेई साहब से कल मैंने काफी गुजारिश करी थी हमने कहा कि एक-दो दिन का टाइम दीजिए हम कुछ बिल जमा कर देंगे लेकिन उन्होंने हमारी एक भी नहीं सुनी।
ग्रामीणों का बयान
ग्रामीण मुन्नी ने बताया कि यह गांव सेदनगर कॉलोनी है। 2 दिन से लाइट नहीं है। लाइट वाले आए थे और लाइट काट गए किसी का बिल 50 हजार बनाया और किसी का एक लाख बिल बात कर मीटर काट कर ले गए। यहां ना ही कोई चेक करने के लिए आता है। हमें कोई सूचना दी नहीं जाती है। पूरे गांव की बिजली काट दी है। बिल दिया है कह रहे हैं जमा करो फिर लाइट आएगी। हमने कहा सर हम गरीब आदमी है आप इतने दिन के बाद बिल लेने आ रहे हो तो हम इतनी जल्दी कैसे दे सकेंगे। हम थोड़े बहुत दे भी रहे थे। तब भी नहीं माने उन्होंने कहा कि अभी सब वसुलेंगे तब तुम्हें लाइट देंगे। समस्याएं आ रही हैं ना ही पानी है बच्चों को पढ़ने में तकलीफ हो रही है वह पढ़ नहीं रहे हैं हम यही कहेंगे हमें बिजली दी जाए और बिल माफ करे जाए।
छात्र संध्या ने बताया कि मैं कक्षा 7 में पढ़ती हूं हमारे पूरे गांव की लाइट गई हुई है हमारे एग्जाम नजदीक हैं हम बहुत परेशान हो रहे हैं पढ़ने से, हमें पढ़ने में बहुत परेशानी हो रही है पास में दिया जलाकर पढ़ाई कर रहे हैं मोमबत्ती जलाकर पढ़ रहे हैं एग्जाम बहुत नजदीक है इनवर्टर भी नहीं जल का रहे हैं हम कहेंगे कि गांव की लाइट दे दी जाए जिससे गांव के बच्चे सही से पढ़ पाएंगे।
एसडीओ अश्वनी वेदी ने फोन पर की बात
फोन पर बात कर एसडीओ अश्वनी वेदी ने बताया कि इस गांव में 54 उपभोक्ता हैं। जिनको लाभ देने के लिए नाम है। जो हमारी लिस्ट में आ रहे थे। जो लिस्ट लखनऊ से आई है। 54 उपभोक्ताओं को सूचित किया गया कि आपका बिजली का बिल बकाया है। इन सभी का लगभग 19 लाख का बकाया है। इन लोगों में कोई उत्सुकता नहीं है। जब पूरा डाटा निकाला गया तो केवल चार लोगों का जमा था और अभी इसमें बकाया 19 लाख का है। इस वजह से पूरे गांव की बिजली काटी गई है। इस गांव का नाम सैदनगर मुड़िया है। यह मिलक खानम बिजली घर के अंतर्गत है। कल शाम बिजली काटी गई है। अभी चालू नहीं करी है। अभी इनको वार्निंग देकर शायद चालू करते हैं जैसे ऊपर से आर्डर आते हैं।