जमीनी विवाद के चलते किसान ने लखनऊ में किया आत्मदाह का प्रयास, हालत गंभीर
punjabkesari.in Saturday, Nov 06, 2021 - 07:48 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां भूमि विवाद का मामला पुलिस के टालने से परेशान युवक ने लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर पहुँचा और अपने उपर केरोसिन डालकर आग लगा ली। पुलिस ने आनन फानन आग बुझाए जाने के बाद इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया।
बता दें कि जनपद उन्नाव के हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के मलझा गांव निवासी महेश रावत ने लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर पहुँच कर अपने ऊपर कैरोसिन डालकर आग लगा ली। लखनऊ मुख्यालय पर आग लगाने की जानकारी होते ही जिले के आला अधिकारी हरकत में आ गए और आनन-फानन में उन्नाव डीएम व कप्तान लखनऊ पहुचे। इधर, उसके घर पर तहसील प्रशासन ने पहुच कर जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया की महेश रावत का एक बीघा 17 बिस्वा जमीन का विवाद परिवार के ही सुखलाल, पचू लाल,व नन्हकू से चल रहा है।जिसका मुकदमा उन्नाव चकबंदी में 20 वर्षों से अधिक समय से चल रहा है।
पीड़ित महेश ने आवास को लेकर पूर्व प्रधान व सचिव पर भी आरोप लगाया है कि आवास का 40 हजार रुपए अभी तक हमे नही दिया गया है। ग्रामीण व पूर्व प्रधान अमर सिंह ने बताया कि 2017 में महेश का आवास आया था, लेकिन टेक्निकल समस्या के कारण 40 हजार की प्रथम किस्त किसी दूसरे के खाते में चली गई थी, जिसके बाद अगली किस्तें नही मिल सकी। 2017 के लास्ट महीने में दूसरा आवास महेश का सेक्सन हुआ जिसमें महेश को 80 हजार रुपए मिले। वहीं, 40 हजार रुपये पर प्रधान व सचिव ने रोक लगा दी थी जो आज भी नही मिल सके, जिसके कारण वह परेशान रहता था। पीड़ित महेश प्रधानी का चुनाव भी लड़ा था जिसमे हार गया था। ग्रामीणों ने बताया कि 6 माह से बीबी बच्चो के साथ लखनऊ में रह रहा था।
इस पूरे मामले पर उन्नाव जिला अधिकारी ने बताया कि इनके पास 1 बीघा 17 बिस्वा जमीन है जिसको लेकर चकबंदी न्यायालय में वाद चल रहा है, किंतु एसडीएम सीओ की जांच में यह पाया गया कि इनका कब्जा अनवरत चल रहा है। कब्जे को लेकर किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं था इनके बारे में अन्य बिंदुओं की विस्तृत में जांच अलग से कराई जा रही है और यदि कहीं कोई बात पाई जाएगी तो उसमें विधि कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का छलका दर्द
परिजनों ने कहा, मामला जमीन का है और दूसरे-दूसरे बाप के लड़के हैं। उर्फ लगाकर के हमारी जमीन पर हमला हुआ। यहीं विवाद हमारा चल रहा है और वह मुकदमा में पेशी पर जा जाके परेशान है, इस लिए वह कहता था ऐसी जगह आत्महत्या करेंगे तो जिसको जो करना है करें हम बहुत परेशान हैं।
क्या कहती है प्रशासन
लखनऊ स्थित हजरतगंज चौराहे पर महेश रावत द्वारा आत्मदाह इनका प्रयास किया गया वह एक वर्गमूल उन्नाव के निवासी थे किंतु विगत 6 7 माह से लखनऊ में ही रह गए थे उनका वहां स्थित अस्पताल में इलाज भी चल रहा था इनके पास 1 बीघा 17 बिस्वा जमीन है जिसको लेकर चकबंदी न्यायालय में वाद चल रहा है किंतु एसडीएम सीओ की जांच में यह पाया गया कि इनका कब्जा अनवरत चला रहा है कब्जे को लेकर किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं था। इनके बारे में अन्य बिंदुओं की विस्तृत में जांच अलग से कराई जा रही है और यदि कहीं कोई बात पाई जाएगी तो उसमें विधि कार्रवाई की जाएगी।