45 मिनट तक टीचर से मांगी हेल्प, फिर लगा दी छलांग.... 18 महीने तक कक्षा में किया गया था टॉर्चर; स्कूल में सुसाइड करने वाली बच्ची की दर्दनाक दास्तां
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 11:58 AM (IST)
जयपुर: नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ने वाली नौ वर्षीय छात्रा की आत्महत्या के मामले में सीबीएसई की जांच रिपोर्ट ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार बच्ची को उसकी कक्षा में 18 महीने से अधिक समय तक लगातार परेशान किया गया। सहपाठी उसके खिलाफ ‘‘बुरे शब्द’’ इस्तेमाल करते थे। इतना ही नहीं स्कूल इस उत्पीड़न को रोकने तथा सुरक्षित माहौल देने में पूरी तरह विफल रहा। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद सीबीएसई ने स्कूल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मरने से पहले भी बच्ची ने 45 मिनट तक मांगी मदद
सीबीएसई की दो सदस्यीय समिति की जांच में यह तथ्य सामने आया कि बच्ची मौत से पहले तक भी मदद के लिए प्रयास करती रही। रिपोर्ट में बताया गया कि एक नवंबर को घटना वाले दिन बच्ची ने अपनी जिंदगी के आखिरी 45 मिनट में पांच बार शिक्षक के पास जाकर शिकायत की। इसके बावजूद कक्षा अध्यापक ने कोई कार्रवाई नहीं की और बच्ची की परेशानी को नजरअंदाज कर दिया। समिति ने यह भी कहा कि बच्ची के माता-पिता ने पहली बार जुलाई 2024 में ही स्कूल को लगातार हो रही बदसलूकी की समस्या बताई थी, लेकिन प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
स्कूल की लापरवाही उजागर
नौ वर्षीय छात्रा ने एक नवंबर को स्कूल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। अगले ही दिन सीबीएसई की टीम स्कूल पहुंची और विस्तृत जांच शुरू की। बोर्ड ने नोटिस में कहा कि स्कूल ने उत्पीड़न और बदसलूकी की शिकायतों पर कोई सक्रिय कदम नहीं उठाए। कक्षा अध्यापक और प्रबंधन को बच्ची के लगातार परेशान किए जाने की जानकारी थी। माता-पिता के संदेशों और शिकायतों को अनसुना किया गया। अध्यापक ने अपने बयान में स्वीकार किया कि छात्रा ने बताया था कि सहपाठी ‘‘बुरे शब्द’’ बोलते हैं, लेकिन उन्होंने बच्चों के इनकार को मान लिया। समिति ने यह भी पाया कि कक्षा में ‘बुरे शब्दों’ का इस्तेमाल आम था, और इस बारे में पहले भी बच्चों ने शिक्षक से शिकायत की थी।
स्कूल से जवाब तलब, गंभीर कार्रवाई की तैयारी
सीबीएसई ने नीरजा मोदी स्कूल से पूछा है कि शिकायतों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? बार-बार चेतावनी के बावजूद शिक्षक और प्रबंधन निष्क्रिय क्यों रहे? बोर्ड जल्द ही स्कूल पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। मामले ने पूरे शिक्षा जगत में सुरक्षा, संवेदनशीलता और स्कूलों की जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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सीकर : जिले में भाजपा नेता मुकेश भींचर ने अपने छोटे भाई की हत्या कर दी। जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। मामलों में पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार हत्या के समय श्रवण के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और उसका गला धारदार हथियार से काटा गया था....पढ़ें पूरी खबर....

