Hamirpur: 5 ब्लॉक हुए डार्क जोन घोषित...लगातार घट रहा है जल स्तर, 70 से अधिक राजकीय नलकूप ठप
punjabkesari.in Tuesday, Mar 07, 2023 - 03:33 PM (IST)

हमीरपुर (रवींद्र सिंह): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हमीरपुर (Hamirpur) में जल संकट होना कोई नई बात नहीं है, जहां आदिकाल से लेकर अब तक जल संकट बना हुआ है। जब भी गर्मी का सीजन आता है जहां पर ज्यादा गर्मी पड़ने से जल स्तर घट जाता है, लेकिन इस बार यह जल स्तर फरवरी महीने में ही घट गया है। जिसके चलते प्रशासन ने अभी से ही 5 ब्लॉक को डार्क जोन घोषित कर दिया है। ऐसे में जो नए नलकूप स्थापित होने थे उस पर शासन ने रोक लगा दी है। जिस वजह से लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, जिले के मौदहा ब्लॉक और सरीला क्षेत्र में गर्मी में जल संकट बढ़ जाता है। लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ जाता है। पीने के पानी के लिए भी लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ती है। फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलता, फसलों जहां बारिश के भरोसे ही होती है। जहां हर बार पानी का संकट मई जून में होता है, लेकिन इस बार फरवरी महीने में ही ऐसे हालात बन गए। के पांच ब्लॉक डार्क जोन में चले गए हैं। ऐसे में नलकूप विभाग ने सेमी क्रिटिकल श्रेणी में आए इन इलाकों में नए नलकूप लगाने से इनकार कर दिया है।
जिले में लगातार घट रहा है जल स्तर-नलकूप विभाग
इस पर नलकूप विभाग (Tubewell Department) के अधिशाषी अभियंता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, जिले में लगातार जलस्तर घट रहा है और सत्तर से अधिक राजकीय नलकूप बंद हो गए हैं। शासन से आठ नए नलकूप मिले थे, लेकिन राठ, गिहांड, सरीला, मौदहा और सुमेरपुर डार्क जोन में जाने से इन नलकूपों की स्थापना नहीं हो सकती है। ऐसे में दो ब्लॉक ही बचे हैं जिसमें कुरारा और मुस्करा है। इसलिए आठों नलकूप इन दोनों ही ब्लॉक में स्थापित किए जा रहे हैं।
नलकूप विभाग की बढ़ गई चिंता
नलकूप विभाग को आशंका है कि मार्च के बाद जो नई रिपोर्ट आएगी, तब मुस्करा ब्लॉक भी डार्क जोन में जा सकता है। ऐसे में जिला प्रशासन की चिंता और बढ़ गई है। जहां पर हालत अभी से ऐसे हो गए हैं कुवे, तालाब, पोखर तो सूख ही रहे हैं। साथ ही साथ हैंडपंप ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है। ऐसे में मई जून में पड़ने वाली गर्मी में इस इलाके में बहुत बुरे हालात होने वाले है।