होटल पहुंचीं महिला दारोगा, कहा- रजिस्टर दिखाओ... 5 नाम पढ़ते ही उड़ गए होश, फिर जो हुआ वो था चौंकाने वाला
punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 12:12 PM (IST)

Lucknow News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी तरह एक्शन मोड में आ गई है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में होटलों और गेस्ट हाउसों की गहन जांच की जा रही है। इसी कड़ी में लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र स्थित एक होटल में महिला उपनिरीक्षक कंचन तिवारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी की। मिली जानकारी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान होटल के रजिस्टर में 5 विदेशी नागरिकों के नाम दर्ज मिले, जिससे पुलिस चौकन्ना हो गई। जब होटल मैनेजर से इन नागरिकों के दस्तावेज मांगे गए, तो वह संतोषजनक जानकारी नहीं दे सका। जांच में सामने आया कि ये सभी विदेशी नागरिक ओमान से हैं और बिना जरूरी अनुमति के होटल में ठहरे हुए थे।
होटल मालिक पर FIR, दस्तावेज जब्त
पुलिस ने होटल वियाना इन के मालिक गौरव कश्यप और मैनेजर आदिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि उन्होंने विदेशी नागरिकों का C-Form नहीं भरा और ना ही उनकी उपस्थिति की जानकारी FRRO (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) को दी। साथ ही होटल को विदेशी नागरिकों को ठहराने की अनुमति भी नहीं थी। पुलिस ने होटल के सभी दस्तावेज और रजिस्टर जब्त कर लिए हैं और इंटेलिजेंस विभाग को मामले की जानकारी दे दी गई है। गोमती नगर क्षेत्र के अन्य होटलों की भी गहन जांच शुरू कर दी गई है।
होटल से नदारद मिले विदेशी नागरिक
होटल मैनेजर ने बताया कि पांचों ओमानी नागरिक सुबह बाहर चले जाते हैं और देर रात वापस लौटते हैं। पुलिस को इनकी मौजूदा उपस्थिति होटल में नहीं मिली। अब इनकी गतिविधियों और ठहरने के उद्देश्य को लेकर जांच की जा रही है।
कब-कब ठहरे थे विदेशी नागरिक?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ओमान से आए 5 नागरिक अलग-अलग तारीखों पर लखनऊ के होटल वियाना इन में ठहरे थे। इनमें सालेह अली और मासू नासिर उलु रुशैदी होटल में 22 अप्रैल को आए थे। महमूद सालेह आदिम ने 19 अप्रैल से 22 अप्रैल तक होटल में ठहराव किया। खमीस सलीम खर्मास अल गनबूसी 14 और 15 अप्रैल को होटल में रुके, और 17 अप्रैल को दोबारा चेक-इन किया। अलनूद अहम सुलेमानहदहूल अल रहबी भी इसी होटल में ठहर चुके हैं। इन सभी की जानकारी अब FRRO (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) को भेजी जा चुकी है। सुरक्षा एजेंसियां उनकी गतिविधियों की गहन जांच में जुटी हैं।