ब्रजघाट पर नकली शव का रहस्य: पुतले के पीछे छुपी 50 लाख की बीमा साजिश, जानें किसका डेथ सर्टिफिकेट बनाना चाहते थे आरोपी!
punjabkesari.in Friday, Nov 28, 2025 - 12:05 PM (IST)
Hapur News: गढ़मुक्तेश्वर के ब्रजघाट पर बीते बुधवार की शाम एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया। जहां 4 युवक हरियाणा नंबर की कार में एक शव लेकर गंगा घाट पहुंचे और उसे जलाकर अंतिम संस्कार करने का नाटक करने लगे। लेकिन जैसे ही लोगों ने कफन हटाया, तो आश्चर्यचकित रह गए। शव की जगह प्लास्टिक का डमी पुतला रखा हुआ था। स्थानीय लोग और नगर पालिका के कर्मचारी इस पूरी हरकत को देखकर शक में पड़ गए। उन्होंने तुरंत 2 युवकों को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया, जबकि बाकी 2 युवक मौके से भाग निकले।प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि युवक अंतिम संस्कार की धार्मिक रीति-रिवाज को नजरअंदाज कर रहे थे और बहुत जल्दी में पुतले को जलाने की कोशिश कर रहे थे।
नकली अंतिम संस्कार की साजिश का पर्दाफाश
गढ़मुक्तेश्वर की सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि हिरासत में लिए गए युवक दिल्ली के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपी कमल सोमानी और उसका साथी आशीष खुराना थे। जांच में पता चला कि कमल सोमानी पर लगभग 50 लाख रुपये का कर्ज था। कर्ज चुकता करने के लिए उसने यह खतरनाक साजिश रची। कमल ने अपने पुराने कर्मचारी अंशुल कुमार का आधार और पैन कार्ड अपने पास रख लिया और उसके नाम पर करीब एक साल पहले 50 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी करवा ली। अब वह अंशुल को मृत दिखाकर बीमा राशि हड़पना चाहता था।
योजना के मुताबिक क्या था मकसद
कमल और आशीष अंशुल का डेथ सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए गंगा घाट आए थे। उन्होंने नकली अंतिम संस्कार की तैयारी कर डमी पुतले का इस्तेमाल किया। अंशुल पूरी तरह स्वस्थ है और प्रयागराज में अपने घर पर रह रहा है। जांच में यह भी पता चला कि दोनों आरोपियों ने पिछले कुछ महीनों में इस योजना को अंजाम देने की तैयारी की थी। उन्होंने अंशुल का नाम लेकर बीमा पॉलिसी की किस्तें भी जमा कीं। उनका मकसद था कि डेथ सर्टिफिकेट हासिल कर बीमा क्लेम फाइल किया जाए।
पुलिस की समय पर कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने पर दोनों युवकों ने पहले झूठ बोला कि अस्पताल ने उन्हें नकली शव दिया। लेकिन पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद उन्होंने पूरी सच्चाई उगल दी। पुलिस ने मौके से कार और अन्य साक्ष्य बरामद कर कमल सोमानी और आशीष खुराना के खिलाफ केस दर्ज किया। फरार दो अन्य युवकों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि यह मामला एक बड़े वित्तीय घोटाले का हिस्सा है और जांच अभी पूरी तरह से जारी है।

