संजीव जीवा हत्याकांड की जांच नहीं करेगी CBI: हाईकोर्ट ने कहा- आशा है SIT बेहतर जांच कर रिपोर्ट देगी
punjabkesari.in Tuesday, Jun 13, 2023 - 03:35 PM (IST)
लखनऊ: संजीव माहेश्वरी जीवा हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने वाली याचिका को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा इस मामले में कि सीबीआई जांच की जरुरत नहीं है। हम आशा करते है कि SIT बेहतर रिपोर्ट देगी। दअरसल, मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की कोर्ट परिसर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच के लिए योगी सरकार ने SIT का गठन कर दिया है लेकिन पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर लखनऊ खंडपीठ में एक जनहित याचिका दायर की गई की गई थी। अधिवक्ता ने जनहित याचिका दायर कर राज्य भर की जिला अदालतों की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
बता दें कि राजधानी लखनऊ के सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान आए माफिया को संजीव माहेश्वरी जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोपी को पुलिस ने पकड़ दिया था। उसकी पहचान विजय यादव के रूप में हुई थी। हत्यारा लखनऊ जेल में बंद है। हालांकि पुलिस आरोपी विजय यादव को रिमांड पर लेने के लिए लखनऊ पुलिस सोमवार को अर्जी दी है। जेल अधिकारियों ने कहा कि विजय की हालत में सुधार है और जल्द ही उसे जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस को मिले कई अहम सुराग
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारे पास बहुत सारे सवाल हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि उसे पिस्तौल कहां से मिली, किसने उसे संजीव माहेश्वरी और कई अन्य लोगों को मारने के लिए कहा। हत्या की जांच कर रही पुलिस को ऐसे सुराग मिले हैं जो बताते हैं कि विजय मई के आखिरी हफ्ते में काठमांडू गया था, जहां उसकी मुलाकात एक आतिफ से हुई, जिसने संजीव माहेश्वरी जीवा को खत्म करने के लिए संभवतः उससे 20 लाख रुपये देने का वादा किया था। पुलिस ने कहा कि वह इसके लिए नेपाल और आईबी में अपने समकक्षों की मदद लेगी।
पुलिस 15 दिन पहले के कोर्ट परिसर के सीसीटीवी फुटेज को रही खंगाल
एक अधिकारी ने कहा कि वह कितने समय तक नेपाल में रहा और बहराइच से सीमा पार करने के बाद वह किसके संपर्क में आया, इसकी जांच की जानी चाहिए। पुलिस ने जेल में बंद आतिफ नाम के सभी लोगों और नेपाल में सामने आए लोगों की विस्तृत तलाशी ली। लेकिन अभी तक पुलिस आरोपियों से मिलने वाले आतिफ का पता नहीं लगा पाई है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वे 15 दिन पहले के कोर्ट परिसर के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रहे हैं, लेकिन आसपास दुबके आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है।