हमीरपुर में अवैध मौरंग खनन का काला खेल उजागर, डीजीयाना इंडस्ट्रीज पर गंभीर आरोप
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 02:43 PM (IST)
हमीरपुर (रवींद्र सिंह): उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के इछौरा-जिटकिरी क्षेत्र स्थित मौरंग खंड संख्या 25/2, जो डीजीयाना इंडस्ट्रीज (DIPL) के नाम से संचालित है, एक बार फिर अवैध खनन को लेकर सुर्खियों में है। खनन कारोबारी तेजिंदर पाल सिंह गुम्मन पर आरोप है कि वह सुप्रीम कोर्ट, एनजीटी और खनन नियमावली के सभी निर्देशों को अनदेखा करते हुए बेखौफ अवैध खनन और ओवरलोडिंग करा रहा है। भारी-भरकम पोकलैंड मशीनों से नदी का सीना चीरकर निकाली जा रही मौरंग ने न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है बल्कि आसपास की सड़कों को भी गड्ढों में तब्दील कर दिया है।
टॉलरेंस नीति को ठेंगा दिखाते खनन माफिया- स्थानीय लोगों का आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि खनन माफिया सरकारी जीरो टॉलरेंस नीति को ठेंगा दिखाते हुए दिन-रात अवैध खनन में जुटा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जैसे ही खनन विभाग या प्रशासन की टीम जांच के लिए निकलती है, वैसे ही लोकेशन बाज माफिया अधिकारियों की लोकेशन खननकर्ताओं तक पहुंचा देते हैं। इससे खनन में लगी मशीनें और गतिविधियाँ मौके से हटाकर पूरी कार्रवाई को बेअसर कर दिया जाता है।
30 लाख रुपये का भारी-भरकम जुर्माना
गौरतलब है कि कुछ समय पहले डीजीयाना इंडस्ट्रीज के इसी खंड पर विभाग द्वारा पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था। पिछले वर्ष खंड 25/21 पर जांच के दौरान छह पोकलैंड मशीनें अवैध खनन करती पकड़ी गई थीं, जिस पर लगभग 30 लाख रुपये का भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया गया था। इसके बावजूद संचालक तेजिंदर पाल ने अवैध खनन बंद नहीं किया और इस वर्ष एक बार फिर मनमर्जी से खनन कार्य शुरू कर दिया।
अधिकारियों का बयान
इस पूरे मामले पर सरीला एसडीएम बलराम गुप्ता का कहना है कि अवैध खनन की शिकायत मिली है। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नियम उल्लंघन पाए जाने पर भारी जुर्माना और अन्य आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।

