गाय-भैंसों में फैल रहा लंपी वायरस'', पहचानें लक्षण, जानें इलाज
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 03:47 PM (IST)

आजमगढ़ (शुभम सिंह): उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पशुपालकों की टेंशन बढ़ गई है। क्योंकि इस समय लंपी वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इसी कड़ी में आजमगढ़ जिले में गोवंश पर लंपी वायरस के लक्षण दिखाई दिए हैं जिससे किसान चिंता में है। मिली जानकारी के मुताबिक तरवां ब्लॉक के रस्तीपुर गांव में कई मवेशियों में इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। पशुओं को तेज बुखार आ रहा है, पैरों में सूजन हो रही है और शरीर पर बड़े-बड़े दाने निकल रहे हैं।
ग्रामीण किसानों का कहना है कि बीमारी फैलने के बावजूद तरवां पशु चिकित्सालय की ओर से गांव में टीकाकरण नहीं कराया गया। किसानों ने आरोप लगाया कि अगर समय पर टीका लगाया जाता तो मवेशियों को इस बीमारी से बचाया जा सकता था। स्थानीय किसानों ने प्रशासन और पशुपालन विभाग से गांव में तत्काल टीकाकरण अभियान चलाने और बीमार मवेशियों के इलाज की व्यवस्था करने की मांग की है।
इलाज और बचाव के उपाय
यदि कोई पशु लंपी वायरस से संक्रमित हो गया है, तो तत्काल इलाज और आइसोलेशन (अलगाव) बहुत जरूरी है. इस बीमारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त दो प्रमुख वैक्सीनें उपलब्ध हैं:
– गोतम पॉक्स वैक्सीन
– लंपी स्किन डिजीज वैक्सीन
पशुपालकों को चाहिए कि वे अपने नज़दीकी पशु अस्पताल या पशुपालन अधिकारी से संपर्क कर अपने मवेशियों का समय पर टीकाकरण करवाएं।
संक्रमण से बचाव के उपाय:
– संक्रमित पशु को तुरंत बाकी पशुओं से अलग करें
– बाड़ों और आसपास की जगह को साफ-सुथरा रखें
– मच्छर-मक्खी से बचाव के लिए कीटनाशकों का छिड़काव करें
– संतुलित और पोषक आहार दें जिससे जानवर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े
– विटामिन और खनिज युक्त चारा दें
– समय-समय पर पशु चिकित्सक से जांच कराएं
जिससे सयम से मवेशियों का इलाज कराया जा सके।