AMU में मुस्लिम लड़कियों से कथित रेप को लेकर एक पत्र वायरल, पुलिस महकमें में मचा हड़कंप
punjabkesari.in Monday, Jun 19, 2023 - 03:48 PM (IST)

AMU: अक्सर धार्मिक विवादों को लेकर सुर्खियों में रहने वाला अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय इस बार एक अलग विवाद को लेकर चर्चा में है। दरअसल, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और अलीगढ़ पुलिस प्रशासन में एक ट्वीट से हड़कंप मचा हुआ है। ‘द एएमयू पेज’ नामक ट्विटर हैंडल से एक पत्र AMU प्रशासन, डीएम, अलीगढ़ पुलिस, डीआईजी रेंज समेत तमाम लोगों को ट्वीट किया गया है। जिसमें ट्वीट करने वाले शख्स का नाम समीर रजा अली है जो ‘द एएमयू पेज’ नामक ट्विटर हैंडल को चलाता है। इसने अपने ट्वीट में मुस्लिम लड़कियों के अपहरण और उनके दुष्कर्म से संबंधित आरोप लगाए हैं।
समीर अली ने पत्र में लिखा है कि अलीगढ़ निवासी ध्यान दें...आपातकालीन स्थिति अलीगढ़ के फ्लैटों में कई मुस्लिम लड़कियों का अपहरण किया गया और उनका बलात्कार किया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया है। इन लड़कियों को सर सैयद नगर, जमालपुर, जोहरा बाग, जीवनगढ़ और रामघाट रोड सहित अलीगढ़ के आसपास के कई अन्य स्थानों के फ्लैटों में बंदी बनाकर रखा जाता है। इनमें से कई कम उम्र की लड़कियां हैं। वे मदद के लिए चिल्लाते हैं लेकिन कोई दिखाई नहीं देता है क्योंकि पुलिस, स्थानीय प्रशासन और यहां तक कि खुफिया एजेंसियों का उपयोग उनका अपहरण करने, उनकी तस्करी करने यहां तक कि उनके साथ रेप करने में किया जाता है। ये अविश्वसनीय लग सकता है लेकिन मेरे पास उनके चीखने-चिल्लाने के सबूत हैं जो हर दिन होते हैं, उनमें से कुछ की हत्या भी इस डर से की गई होगी कि वे अपने माता-पिता द्वारा ढूंढे जाएंगे। इस रैकेट में न केवल पुलिस, और अपराधी शामिल हैं, बल्कि इस रैकेट में अस्पताल, डॉक्टर, एम्बुलेंस और यहां तक कि स्थानीय बिल्डर भी शामिल हैं। उनके आस-पास रहने वाले लोगों को उनके साथ बलात्कार करने के लिए आमंत्रित किया जाता है ताकि उन्हें चुप रखा जा सके और बाकी लोग इसमें शामिल न हों।
ट्वीट करने वाले समीर रजा अली ने पत्र में आगे लिखा है कि... अंतिम परिणाम ये है कि इन लड़कियों को प्रताड़ित किया जाता है। मैंने दिल्ली की एक पीड़िता की ओर से शिकायत दर्ज की थी, वो जामिया के एक प्रोफेसर की बेटी है जिसे मानसिक स्वास्थ्य के आधार पर पुलिस ने अपहरण किया और फिर बलात्कार किया गया। उसके माता-पिता ने भले ही गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई हो, लेकिन वे ये नहीं जानते कि अलीगढ़ में उसके साथ बलात्कार करने और उसे बंदी बनाने में पुलिसकर्मी खुद शामिल हैं। मुझे अंदाजा है कि इस उद्देश्य के लिए कौन से फ्लैटों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन लड़कियों को शिकार बनाने में डॉक्टरों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। भागने की कोशिश करने पर फरहीन को जेएनएमसी के मनोरोग विभाग में ले जाया गया और बिजली के झटके दिए गए। दिनदहाड़े सड़कों से लड़कियों के अपहरण के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया है। पीड़िता के मुताबिक, उन्हें मुंह में एनेस्थीसिया दिया गया था, ताकि वो चीख न सकें, उनकी जानकारी के मुताबिक कुछ डॉक्टरों ने उनके साथ रेप भी किया था। उसकी जान को खतरा हो सकता है क्योंकि उसने अपने कुछ बलात्कारियों की पहचान कर ली है वो वर्तमान में सर सैयद नगर में बंदी है, उसे किसी भी समय स्थानांतरित किया जा सकता है। निवासियों का मानना है कि बंदी बनाई गई लड़कियों में से कुछ साथी हो सकती हैं इमाम महदी की वजह से उन्हें इस तरह से शिकार बनाया गया है, ये लड़कियां खतरे में हैं।
हालांकि इस पत्र के वायरल होने के बाद जब पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो सभी तथ्य गलत साहिब हुए। जिसके बाद पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस पत्र के ट्वीट होने के बाद अलीगढ़ प्रशासन में हड़कंप मचा था...हालांकि जांच के बाद इस सारे तथ्य गलत साहिब हुए है...जिसके चलते पुलिस ने ट्वीट करने वाले समीर रजा अली के खिलाफ गलत जानकारी देने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।