हाईस्कूल छात्र बना फिरौती का गैंगस्टर! 10 लाख की मांग कर 2 मासूमों को किया अगवा, 24 घंटे में पुलिस ने किया खेल खत्म
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 07:53 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आलमबाग इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां बीते गुरुवार को दोपहर में दो बच्चे 12 साल का अर्जुन सिंह और 8 साल का प्रद्युम्न यादव, घर के पास साइकिल चलाते समय लापता हो गए। थोड़ी ही देर में यह मामला अपहरण और फिरौती में बदल गया। बच्चों के परिजन जब परेशान होकर उन्हें ढूंढ रहे थे, तभी शुक्रवार सुबह अर्जुन के पिता संजय सिंह को एक व्हाट्सऐप कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि बच्चों का अपहरण कर लिया गया है और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। उसने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो बच्चों को मार दिया जाएगा।
आरोपी निकला हाईस्कूल का छात्र
पुलिस जांच में सामने आया कि इस वारदात को अंजाम देने वाला कोई बड़ा अपराधी नहीं, बल्कि एक 10वीं का छात्र विजय शर्मा निकला। आरोपी लखनऊ के ही आलमबाग पटेल नगर का रहने वाला है और गांधी इंटर कॉलेज में पढ़ता है। उसका परिवार सीतापुर के लहरपुर से ताल्लुक रखता है। पुलिस ने बताया कि पैसों के लालच में विजय ने दोनों बच्चों का अपहरण किया और उनके परिवार को डराने के लिए फिरौती और हत्या की धमकी दी।
पुलिस की तेज कार्रवाई, 24 घंटे में बच्चों को किया बरामद
जैसे ही पुलिस को शिकायत मिली, मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी मध्य असीष श्रीवास्तव के नेतृत्व में पांच टीमें बनाई गईं। सर्विलांस टीम ने आरोपी के मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस की जो लखीमपुर खीरी जिले के गोला गोकरननाथ इलाके में मिली। पुलिस ने तुरंत वहां दबिश दी और दोनों बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया। साथ ही आरोपी विजय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से मोबाइल फोन और अन्य सबूत भी मिले हैं।
अपहरण से दहशत, बरामदगी से राहत
बच्चों के लापता होने से बीजी कॉलोनी में दहशत फैल गई थी। माता-पिता पूरी रात परेशान और रोते रहे। लेकिन जब बच्चों की सकुशल वापसी हुई, तो पूरा इलाका खुशी से झूम उठा। माता-पिता ने अपने बच्चों को गले लगाकर राहत की सांस ली। लोगों ने पुलिस की तेज कार्रवाई की जमकर तारीफ की।
सियासत भी गरमाई
इस घटना पर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपहरण और डिजिटल अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकार आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल हो रही है।