मेरठ: ग्रामीणों ने प्राइमरी स्कूल में आवारा पशुओं को किया बंद, कड़कती ठंड में बाहर बैठकर पढ़ने को मजबूर बच्चे

punjabkesari.in Thursday, Jan 19, 2023 - 07:58 PM (IST)

मेरठ:: जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। फलावदा थाना क्षेत्र के पिलौना गांव में बुधवार को ग्रामीणों ने प्राइमरी स्कूल में आवारा पशुओं को बंद कर दिया। जिस, कारण ठंड में बच्चे स्कूल के बाहर पढ़ने को मजबूर हैं। मेरठ जिले में आवारा गोवंश लगातार परेशानी का सबब बने हुए हैं। अभी तक आवारा गोवंश किसानों की फसल नष्ट कर उनके लिए मुसीबत का कारण बने हुए थे। लेकिन, अब आवारा गोवंश बच्चों की शिक्षा पर भी भारी पड़ रहे हैं।

ग्रामीणों ने आवारा गोवंश को पकड़कर प्राइमरी स्कूल में बंद कर दिया
बुधवार को ग्रामीणों ने आवारा गोवंश को पकड़कर प्राइमरी स्कूल में बंद कर दिया। स्कूल पहुंचे बच्चों को परिसर में गोवंश बंधे मिले तो वह गेट के बाहर खड़े रहे। शिक्षक शिक्षिकाओं के पहुंचने के बाद भी समस्या का हल नहीं निकल सका। जिस, पर शिक्षक शिक्षिकाओं ने गेट के बाहर ही बच्चों की क्लास लगाकर शिक्षण कार्य कराया। वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि आवारा गोवंश लगातार फसलें नष्ट कर रहे हैं। साथ ही लोगों के ऊपर हमले कर रहे हैं। सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर पा रही है। जिस, कारण अब स्कूली बच्चे भी परेशान हो रहे हैं।

गोवंश के चलते सभी परेशान हैंः शिक्षक
शिक्षक प्रदीप पूनिया ने बताया कि गोवंश के चलते सभी परेशान हैं। ग्रामीण उन्हें पकड़कर ग्राम पंचायत के साथ स्कूलों में भी बांध रहे हैं। जिस, कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सरकार को जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।
 

किसानों की फसलों को नुकसान हो रहा है जिससे किसानो में रोष
मेरठ ही नहीं पूरे प्रदेश का यही हाल है। गांवों में बड़ी तादाद में आवारा पशुओं की संख्या में इजाफा होने से किसानों की फसलों को नुकसान हो रहा है जिससे किसानो में रोष है। आवारा पशुओं को खेतों में घुसने से रोकने के लिए किसानों को दिन-रात पहरा देना पड़ रहा है। रात्रि के समय मे 25 से 30 की संख्या में पशुओं का झुंड खेतों में से गुजरता है। ये जानवर जिस भी खेत में घुस जाते है वहां खड़ी फसल को रोंद कर नष्ट कर देते है। यह देखकर किसान लाठी लेकर आवारा पशुओं को बहुत दूर तक खदेड़ रहे है। मगर फिर भी दूसरे किसान इन्हें खेतों में आते देख वापस लौटा देते है। इन पर ना तो गोशाला संचालकों का ध्यान है और ना ही इस ओर सरकार कोई ठोस कदम उठा रही है।


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Content Writer

Ajay kumar

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