VIDEO: सारस और आरिफ की इस दोस्ती के आगे, जय- वीरू की दोस्ती भी है फेल, जानिए कैसे शुरू हुई थी दोनों की दोस्ती
punjabkesari.in Tuesday, Feb 21, 2023 - 04:46 PM (IST)
फ़िल्म शोले का मशहूर गाना ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे,तोड़ेंगे तम मगर, तेरा साथ न छोड़ेंगे... इस फ़िल्म में जय और वीरू की दोस्ती ने लोगों के दिलों पर राज कर लिया था... आज हम भी आपको ऐसे ही जय- वीरू से मुलाकात कराते हैं... लेकिन इस जय- वीरू की कहानी में खासियत ये है की इसमें एक तो इंसान है, और दूसरा बेजुबान पक्षी... जी हां हम बात कर रहे हैं अमेठी की... जहां एक जंगली पक्षी सारस इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है... जो एक युवक के छोटे से उपकार की बदौलत पिछले साल भर से लगातार अपना कुल और परिवार छोड़कर उसका ही बनकर रह गया है...
दरअसल ये मामला अमेठी के सदर तहसील गौरीगंज के जामो ब्लाक क्षेत्र के अंतर्गत गांव मंडखा मजरे औरंगाबाद का है... जहां पर रहने करने वाले मोहम्मद आरिफ लगभग 1 साल पहले खेतों में काम करने के लिए गए हुए थे... तभी वहीं पर एक सारस पक्षी घायल अवस्था में उन्हें दिखाई पड़ा, जिसका पैर टूटा हुआ था... वो चल नहीं पा रहा था... आरिफ ने जैसे ही उस जंगली पक्षी सारस को घायल अवस्था में देखा तो उन्हें उसके ऊपर दया आ गई... फिर क्या था उसे उठाकर अपने घर ले आया... घर लाने के बाद आरिफ ने उसके पैर का ट्रीटमेंट करना शुरू किया और उसको भोजन पानी भी दिया... इलाज करने के बाद धीरे-धीरे उसका पैर ठीक हो गया.... आरिफ का कहाना है कि उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि जैसे ही वो ठीक हो जाएगा... वो पुनः उड़कर जंगल में अपने कुल और परिवार के पास चला जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ... वो सारस पक्षी ठीक होने के बावजूद वहीं पर आरिफ के साथ ही रहने लगा... सबसे बड़ी बात तो यह है कि सारस पक्षी आरिफ के घर में रहता है, बाहर घूमता रहता है... आरिफ चाहे जैसे ही उसके साथ पेश आए वो कुछ नहीं करता है... लेकिन आरिफ के घर के दूसरे दूसरे लोग उसे छू तक नहीं सकते हैं... वो उन्हें काटने दौड़ता है... यही नहीं आरिफ से सारस का इतना अधिक लगाव देखा गया है कि, आरिफ को घर से बाहर जाता देख सारस उनके पीछे-पीछे चला जाता है....
जब भी आरिफ कहीं पर बाइक लेकर जाते हैं तो वो उनके ऊपर हवा में उड़ता रहता है और नीचे आरिफ बाइक से चलते रहते हैं... आरिफ का कहना है कि बाइक से 50 से 60 की स्पीड में वो 30–40 किलोमीटर तक चले जाते हैं और सारस उनका पीछा करते हुए ऊपर उड़ान भरकर उनके साथ- साथ चलता रहता है... जहां पर भी वो रुकते हैं, उनके साथ रुक जाता है और फिर चलने लगता है... जब वह घर वापस आते हैं तब वह भी वापस आ जाता है.... निश्चित रूप से ये एक अजीबोगरीब सच्ची घटना देखने और सुनने को मिली है... आरिफ का कहना है कि कभी-कभी ये जंगल की ओर जाता है, अपने दोस्तों और परिवार वालों से मिलकर वापस मेरे घर चला आता है... ये जंगल में रुकता नहीं है... सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब भी 2–4 सारस झुंड में उसको ले जाने के लिए आते हैं, तो वो बाहर से भागकर घर के अंदर चला जाता है... लेकिन उनसे मिलता नहीं है, ना ही उनके साथ जंगल जाता है... ऐसे में जब कभी कबार जब उसका मन करता है तभी वो जाता है, अन्यथा वो जंगल की ओर देखता तक नहीं है...
इतना ही नहीं आरिफ जब सारस को साथ नहीं ले जाना चाहते हैं, तो उन्हें सारस पक्षी से छिपकर पैदल ही घर से दूर जाना पड़ता है.... और वहीं पर वो बाइक मंगाकर अपने गंतव्य की ओर चले जाते हैं... वो घर से ही बाइक से किसी भी कीमत पर अकेले नहीं जा सकते हैं, क्योंकि वो सारस पक्षी हर कीमत पर उनका साथ छोड़ना नहीं चाहता है... और उनके साथ- साथ चला जाता है.... लंबे समय से साथ रहने के कारण अब आरिफ का भी मन उस सारस पक्षी में लगा रहता है... अब वो भी उसे छोड़ने को तैयार नहीं है... आरिफ बराबर सारस का ध्यान रखते हैं, उसको देसी अंडे के साथ-साथ तरह-तरह के खाद्य पदार्थ खिलाते हैं, और उसकी सेवा करते हैं... इतना ही नहीं आरिफ का लगाव अब सारस के साथ गजब का हो गया है... आरिफ इसे बस ऊपर वाले का चम्तकार मानते हैं.... आरिफ का कहना है कि ये अल्लाह की मर्जी है, और कुछ नहीं...
जब कभी एकाध दिन आरिफ घर से बाहर रहते हैं और वापस घर पर पहुंचते हैं तो सारस उन्हें देखकर नाचने लगता है, और उनके साथ खेलने कूदने और उछलने लगता है... कहीं ना कहीं एक छोटे से उपकार के बदौलत सारस की इस स्वामी भक्ति को देखकर ऐसा लगता है कि मनुष्य को इस प्रकार के पशु पक्षियों से सीख लेनी चाहिए... नहीं तो आज के जमाने में ऐसी दोस्ती कहां देखने को मिलती है....