रेमडिसिवर की कालाबाज़ारी करने वाले पुलिस ने पकड़े, 25000 से 32000 में बेच रहे थे इंजेक्शन

punjabkesari.in Saturday, Apr 24, 2021 - 05:37 PM (IST)

मेरठ: कोरोना काल के इस दौर में जहां खतरनाक कोरोना वायरस लाखों लोगों को शिकार बना रहा है और हजारों को मौत की नींद सुला रहा है। ऐसे में आम आदमी ज़िंदगी जीने के लिए जिद्दोजहद में लगा हुआ है। ऐसे में हर कोरोना संक्रमित ऑक्सीजन और रेमडिसिवर इंजेक्शन पर आस लगाए बैठा है, लेकिन इसी बीच कुछ मुनाफाखोर ऐसे भी है, जोकि इस वक़्त में भी पैसा कमाने में लगे हुए है। ताजा मामला सामने आया है। मेरठ में जहां पुलिस ने एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों को रेमडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी करते हुए दबोच लिया।

दरअसल, मेरठ में विगत कुछ दिनों से पुलिस को सूचना मिल रही थी कि जनपद के कई मेडिकल कालेज और प्राइवेट चिकित्सालयों द्वारा कर्मचारियों द्वारा मिलीभगत करके मरीजों के नाम के आए रेमडेसिविर इंजेक्शन ब्लैक करके बेच जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचने के लिए अभियान चलाया। इसी क्रम में पिछले सात दिनो से मेरठ के बाईपास पर स्थित सुभारती कालेज से रमेडेसिविर इंजेक्शन खरीदने की बात पुलिस एवं अस्पताल कर्मचारियों की बात चल रही थी। जिसमें पुलिस कर्मचारियों द्वारा आबिद नाम के व्यक्ति से 32000/- रूपए में सौदेबाजी हो रही थी जो 25000/- रूपए पर तय हो गई थी।

इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा समय करीब 9:50 बजे रात्रि सुभारती हॉस्पिटल पहुंचे तो सुभारती मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड/नर्सिग कर्मचारी द्वारा सुभारती कालेज के मुख्य गेट पर इंजेक्शन देने के लिए बुलाया गया। जिन्होंने 25000/- रूपए नगद लेकर एक रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राइवेट कपड़ों में तैनात पुलिस कर्मचारियों को बेच दिया। जब और इंजेक्शन की मांग की गई तो उपरोक्त कर्मचारियो द्वारा तीन इंजेक्शन अगले दिन देने का विश्वास दिलाया गया। इस सौदेबाजी के दौरान सुभारती मेडिकल कालेज के उक्त कर्मचारियो को कुछ शक हुआ तो वे वहां से भागकर आईसीयू में जाकर छिप गये, किन्तु पुलिस टीम द्वारा उनको वहां से पकड़ लिया गया। इस बीच वहां मौजूद सुभारती कालेज के गार्ड व बाउंसरों द्वारा पुलिस को घेरने की कोशिश की और गेट बंद कर दिया गया, किन्तु इस दौरान पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मौके से 6 बांउसर/गार्ड को भी गिरफ्तार किया गया, जिसके सम्बन्ध में थाना जानी पर अभियोग पंजीकृत किया गया है।

आरोपियों ने कब्ज़े से पुलिस ने 25000/- रूपए नगद व एक इंजेक्शन रेमडेसिविर की बरामद किए है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि यह इंजेक्शन दिनांक 22.04.2021 को कविनगर जनपद गाजियाबाद के निवासी शोभित जैन पुत्र विजय जैन को अलॉट किया गया था, लेकिन कल शोभित जैन की मौत हो जाने के बाद उन्होने यह इंजेक्शन 25000/- रूपए में बेचना तय कर दिया था।

एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि ज्ञात हुआ कि कुछ कर्मचारियों द्वारा इस तरह से उक्त जीवनदायी इंजेक्शन मरीजों के ना लगाकर धन कमाने के लालच में ज्यादा पैसे देने वाले मरीजों व उसके परिजनों को बेच देते हैं, जबकि उक्त इंजेक्शन का एमआरपी 2450/- रुपए लिखा है। इस मामले में पुलिस ने नर्सिंग स्टाफ के 2 लोगों के अलावा 6 और लोगों को दबोचा है और सभी के खिलाफ करवाई करने की तैयारी कर रही है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tamanna Bhardwaj

Recommended News

Related News

static