अयोध्या में 17 अप्रैल से शुरू होगा रामनवमी मेला; आएंगे 25 लाख श्रद्धालु, भीड़ कंट्रोल की तैयारियों में जुटा प्रशासन

punjabkesari.in Sunday, Apr 14, 2024 - 12:03 PM (IST)

Ram Navami 2024: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहली बार रामनवमी का मेला मनाया जा रहा है। यह मेला 17 अप्रैल तक चलेगा। इस बार रामनवमी पर करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जिसके लिए मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। रामनवमी पर अयोध्या आने वाले किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन इंतजाम कर रहा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस अधिकारियों को तैनात किया जाएगा।

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बता दें कि अयोध्या में 17 अप्रैल से रामनवमी मेला शुरू हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा की तरह ही राम मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा। रामलला का सूर्य तिलक किया जाएगा। रामनवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पर आएंगे। भीड़ नियंत्रण एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या धाम क्षेत्र व पार्किंग स्थलों पर एलईडी स्क्रीन लगा कर गर्भगृह की लाइव वीडियो दिखाई जाए। उन्होंने कंट्रोल रूम से सीसी कैमरों के माध्यम से निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। सभी पुलिस अधिकारियों को 24 घंटे ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए है। एक-एक बैरियर पर भक्तों का हुजूम रोका जाएगा। जब बैरियर के आगे के भक्त और आगे बढ़ जाएंगे तो इन्हें भी छोड़ा जाएगा। भक्तों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।

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प्रमुख स्थलों पर होगी एंबुलेंस की व्यवस्था
रामनवमी पर आने वाले भक्तों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख स्थलों पर एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। इस संदर्भ में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने मेले की तैयारियों को लेकर शनिवार को समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए। कहा, मेले में आने वाले किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी चिकित्सालयों को अलर्ट मोड पर रखा जाए। मेला क्षेत्र में बने 12 स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा केंद्रों में स्ट्रेचर एवं ऑक्सीजन की अनिवार्य रूप से उपलब्धता रहे।

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रामलला को होगा सूर्य तिलक
रामनवमी पर राम मंदिर में विराजमान रामलला का सूर्य तिलक होगा। इस दौरान सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक को लगातार 4 मिनट तक सुशोभित करेंगी। सूर्य तिलक को लेकर एक वैज्ञानिकों का दल बनाया गया है, जो कुछ दिनों से इसके उपकरणों को मंदिर में संयोजित कर रहा था। वहीं, अब रामनवमी से पहले कल शुक्रवार को CBRI रुड़की के वैज्ञानिकों ने इसका ट्रायल किया, जो सफल रहा।


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Content Editor

Pooja Gill

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