मौलवी बना हैवान: मस्जिद में पढ़ाने के नाम पर 14 साल की बच्ची से 6 महीने तक दरिंदगी, प्रेग्नेंसी से खुला राज – कांप उठा सहारनपुर
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 09:59 AM (IST)

Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मौलवी ने 14 साल की मासूम बच्ची के साथ 6 महीने तक लगातार दुष्कर्म किया। बच्ची उसके पास पढ़ाई के लिए जाती थी। जब उसे पेट दर्द और उल्टियां होने लगीं, तब अस्पताल में पता चला कि वह 6 महीने की गर्भवती है। इसके बाद जो कहानी सामने आई, उसने सभी को झकझोर कर रख दिया।
कैसे सामने आया मामला?
पीड़िता के पिता मजदूरी करते हैं और परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। अप्रैल 2025 में उन्होंने अपनी बेटी को बेहतर तालीम दिलाने के लिए मोहल्ले की मस्जिद में मौलवी अनीस के पास भेजा था। लेकिन मौलवी ने उसी मासूम पर बुरी नजर डाल दी। बच्ची ने पुलिस को बताया कि मौलवी ने पहले दिन से ही उसे घूरना शुरू कर दिया था। फिर धीरे-धीरे वह उसे कभी मस्जिद में, तो कभी अपने घर ले जाकर जबरन रेप करने लगा। जब भी लड़की ने विरोध किया, मौलवी जान से मारने की धमकी देता रहा। डर की वजह से बच्ची ने महीनों तक अपने परिवार से कुछ नहीं कहा।
6 महीने की प्रेग्नेंसी से टूटा सन्नाटा
कुछ दिन पहले बच्ची को लगातार पेट में दर्द और उल्टियां होने लगीं। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए, जहां जांच में पता चला कि वह 6 महीने की गर्भवती है। ये सुनते ही परिवार के होश उड़ गए। जब परिजनों ने पूछताछ की तो बच्ची ने रो-रोकर पूरी सच्चाई बताई।
मौलवी का भाई भी देता रहा धमकी
पीड़िता ने बताया कि जब उसने मौलवी के भाई अनस को सब बताया, तो उसने मदद करने के बजाय कहा कि जैसा चल रहा है, वैसा चलने दो, वरना पूरे परिवार को खत्म कर देंगे। ये सुनकर बच्ची और ज्यादा डर गई और चुप हो गई।
थाने पहुंचा मामला, पुलिस जांच में जुटी
हिम्मत करके परिजन 26 सितंबर को सदर बाजार थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत केस दर्ज किया और बच्ची का मेडिकल कराया, जिसमें गर्भवती होने की पुष्टि हो गई है।
आरोपी फरार, इलाके में गुस्सा
सहारनपुर के एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि मौलवी अनीस और उसका भाई अनस दोनों फरार हैं। पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। मोहल्ले में इस घटना को लेकर गंभीर गुस्सा है और लोग जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
अब भी सदमे में है मासूम
परिजनों का कहना है कि बच्ची अभी भी बहुत डरी हुई है। ना ठीक से खा रही है, ना किसी से बात कर रही है। पढ़ाई में मन नहीं लग रहा और बात-बात पर रो पड़ती है। पूरा परिवार उसकी हिम्मत बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।