स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- ''हिंदू कोई धर्म नहीं, सिर्फ धोखा...'', सुभासपा ने पूछा- इतनी नफरत क्यों?
punjabkesari.in Monday, Aug 28, 2023 - 06:22 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनेे बयाने को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। इस बीच उन्होंने हिन्दू धर्म को लेकर एक और बयान दे दिया है। जिसकी सियासी गलियारों में चर्चा शुरू गई है। उन्होंने ब्राह्मण समाज (Brahmin society) को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा कि ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी है और स्वामी प्रसाद मौर्य ने ब्राह्मण धर्म को ही हिंदू धर्म बताया। इस पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) ने मौर्य पर पलवार किया है। इतना ही नहीं मौर्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत भी की गई है।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने X पर लिखा है कि ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी है और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता, लेकिन क्या विडंबना है।
ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी है और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में… pic.twitter.com/351EJeSBlY
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) August 27, 2023
स्वामी प्रसाद के बयान पर सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदू धर्म और उनके देवी देवताओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि समाजवादी पार्टी को हिंदुओं से बहुत नफरत है। सपा नेता जब इस तरह की बात करते हैं तो वह अखिलेश यादव की ओर से किए गए कुकर्मों को भूल जाते हैं। अगर ब्राह्मणवाद की जड़े इतनी गहरी थी तो अखिलेश भगवान पशुराम की मूर्ति लगाने क्यों पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि मौर्या राम चरित मानस, बद्रीनाथ, केदारनाथ और काशी विश्वनाथ पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। अब अखिलेस को जवाब देना चाहिए कि आपको ब्राह्मणों और हिंदुओं से इनती नफरत क्यों है? अब सपा में जितने भी ब्राह्मण उन सभी को इस्तीफा देकर एनडीए में शामिल हो जाना चाहिए।