UP के इस तालाब में डुबकी लगाने से शरीर के कुष्ठ रोगों से मिलती है मुक्ति, महाभारत काल से जुड़ा रहस्य
punjabkesari.in Monday, Jul 05, 2021 - 10:27 AM (IST)
फर्रुखाबादः यूपी के फर्रुखाबाद में एक ऐसा तालाब है, जिसमें डुबकी लगाने से शारीर से कुष्ठ रोगों से मुक्ति मिल जाती है। कहते हैं कि इस तालाब को महाभारत काल में बनबाया गया था। इसके बारे में तरह तरह की कहानियां प्रचलित हैं। तालाब पर लोग श्रद्धा का सैलाब लेकर दूर दूर से आते हैं। यहां कार्तिक पूर्णिमा, माघी, दशहरा आदि पर्वो पर मेला भी लगता है।
फर्रुखाबाद बस अड्डे से 15 किलोमीटर दूरी पर ही तालाब स्तिथ है। यहां स्नान करने के लिए कई प्रदेशों से लोग अपनी बीमारी के इलाज के लिए आते हैं। बहुत से भक्त अपने परिवार का मुंडन संस्कार भी यही पर कराते हैं। इस तालाब की गहराई 30 फीट है। तालाब में बहुत से जल जीव है। जिसमें मछली बहुत अधिक है। यहां मछली मारने का किसी को अधिकार नही है, कई वार मछली खाने वालों ने इस तालाब से चोरी से मछली मारने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके।
यहां पर आए लोगों ने बताया कि पांडवों के अज्ञातवास के समय यह तालाब पानी पीने के लिए बनाया हुआ माना जाता है। उस काल में इस क्षेत्र में जंगल हुआ करता था। उसी के बीच इसका निर्माण किया गया होगा। कहावत है कि हरिद्वार के राजा चिंतामणि यहां से गुजर रहे थे तो उनका रथ इसी तालाब को देखकर रोका गया क्योकि राजा को शौच क्रिया करनी थी। राजा ने शौच क्रिया करने के बाद जैसे ही तालाब के पानी में हाथ डाला तो उनके शरीर पर सफेद दाग थे। उनको दागों पर तालाब के पानी का असर दिखाई दिया। तभी उन्होंने इस तालाब को चारों तरफ से पक्का बनबा दिया जिसमें चार द्वार भी बनाए गए, जो आज भी बने हुए है।
इस तालाब की मान्यता कई प्रदेशों में है। कुष्ठ रोगी आज भी यहां स्नान करने आते है। एक महीने स्नान करने से कुष्ठ रोग ठीक हो जाता है, लेकिन रोगी के अंदर सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए, लेकिन जिला प्रसाशन इसकी देखभाल नही करबा रहा है। प्रसाशन की अनदेखी के चलते यह तालाब खंडर में तब्दिल होता जा रहा है।