देश ने खोया बहादुर बेटा! असम राइफल के जवान मनोज उपाध्याय को लोगों ने दी अंतिम विदाई, जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान हुई थी मौत

punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 05:20 PM (IST)

अम्बेडकरनगर (कार्तिकेय द्विवेदी ): असम राइफल में तैनात जवान मनोज उपाध्याय का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां शव देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पूरे गांव और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों और परिजनों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत का अंतिम दर्शन किया।

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सीने दर्द की वजह से अस्पताल में कराया गया था भर्ती 
जानकारी के मुताबिक, जवान मनोज उपाध्याय जम्मू-कश्मीर के खेरू क्षेत्र में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई थी। बताया गया कि मनोज को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उनकी हालत गंभीर होती चली गई और अंततः उन्होंने दम तोड़ दिया।

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2002 में असम राइफल्स में प्रशिक्षक के रूप हुए थे तैनात 
मनोज उपाध्याय वर्ष 2002 में असम राइफल्स में प्रशिक्षक के रूप में भर्ती हुए थे। अपने 22 वर्ष से अधिक की सेवा के दौरान उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दीं। उनकी मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया।

 

अंतिम संस्कार में ग्रामीणों की उमड़ी भीड़
जवान मनोज उपाध्याय अम्बेडकरनगर जिले के राजेसुल्तानपुर क्षेत्र के देवरिया गांव के निवासी थे। सैन्य वाहन के पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ उनके घर के बाहर उमड़ पड़ी। सैन्य अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में मनोज उपाध्याय का अंतिम संस्कार चांड़ीपुर घाट पर पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों ने शामिल होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई अंतिम सलामी 
मनोज के शव पर तिरंगा आच्छादित था और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उन्हें सलामी दी गई। गांव और परिजनों ने कहा कि मनोज ने देश की सेवा करते हुए प्राण त्यागे, जो पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।


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Content Writer

Ramkesh

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