तबाही की बारिश! उफनाई गंगा-यमुना से हालात और बिगड़ने के आसार...बाढ़ के डर से पलायन शुरू

punjabkesari.in Monday, Aug 22, 2022 - 04:26 PM (IST)

प्रयागराजः यूपी में भले ही गंगा-यमुना के जलस्तर में काफी कमी आई है, बाढ़ का खतरा ज्यों का त्यों है। इसी कड़ी में प्रयागराज जिले में कई इलाकों पानी स्तर इतना भर गया है कि वहां बाढ़ आने की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है जिसकी वजह से वहां के बांधों एवं पश्चिमी यूपी के बैराज से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते प्रयागराज में भी लोगों को बाढ़ का डर सता रहा है। दरअसल कोटा बैराज से चंबल में छोड़ा पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। वह इटावा के पास यमुना में मिल चुका है। ऐसे में गंगा और यमुना के जलस्तर में एक बार फिर से वृद्धि होनी तय है।


PunjabKesari

बता दें कि प्रयागराज में गंगा और यमुना के पानी का स्तर पिछले कुछ दिनों से तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन रविवार सुबह से पानी का स्तर नीचे गिरने लग गया है। बताया जा रहा है कि सुबह आठ बजे से रात आठ बजे के बीच फाफामऊ में गंगा का जलस्तर आठ सेमी और छतनाग में नौ सेमी है। हालांकि यह अभी फौरी राहत ही मानी जा रही है। क्योंकि पीछे से गंगा और यमुना में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते बाढ़ आने का डर बना हुआ है। वही प्रयागराज में कई जगह ज्यादा पानी आने से डरे हुए लोग लगातार भगवान के आगे  प्रयथनाए कर रहे है कि बाढ़ ना आए।


PunjabKesari

लगातार बारिश होने से बिगड़ सकते है हालात
प्रयागराज के कछारी इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। ऐसे में आगर जोरदार बारिश होती है तो हालात और खराब हो सकते है। बताया जा रहा है कि यहां से पानी निकालना मुश्किल हो जाएगा। वही अल्लापुर समेत कई मोहल्लों में जलभराव हो सकता है।

PunjabKesari

हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा जा सकता है पानी
पहाड़ों पर हो रही बारिश की वजह से हरियाणा स्थित हथिनी कुंड बैराज से यमुना और यूपी के नरौरा से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। मथुरा के गोकुल बैराज से भी यमुना में पानी छोड़ा गया है। यह सारा पानी प्रयागराज में ही आना है। इस बीच अगर मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश हुई तो केन, बेतवा एवं चंबल का पानी प्रयागराज के लिए मुसीबत बन सकता है।

PunjabKesari

बाढ़ के डर से प्रार्थना कर रहे लोग
कछारी इलाकों में रहने वाले लोग भगवान से यही प्रार्थना कर रहे हैं कि अब नदियों का जलस्तर न बढ़े। सलोरी में रहने वाले रविंद्र सिंह ने बताया कि अगर एक मीटर भी पानी बढ़ा तो यहां दर्जनों लोगों को अपने मकान खाली करने पड़ सकते हैं। फिलहाल छोटा बघाड़ा, दारागंज  का तटीय इलाका, गड्ढा कालोनी, गौस नगर, सदियापुर, शंकरघाट, सदियापुर, बेली में रहने वाले लोग पानी बढ़ने को लेकर सशंकित हैं।

PunjabKesari
 

बड़े हनुमान मंदिर का परिसर जलमग्न
लेटे हनुमान मंदिर का परिसर भी पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है। श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं है। हनुमानजी का विग्रह ऊपर स्थित मंदिर में रखकर नियमित पूजा अर्चना और भोग, आरती हो रही है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tamanna Bhardwaj

Related News

static