चलती ऑटो में चालक को पड़ा हार्ट अटैक, घबरा कर चीखने लगीं सवारियां, तभी मसीहा बनकर आई ट्रैफिक पुलिस;दारोगा ने CPR देकर बचाई जान
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 06:20 PM (IST)

बरेली (जावेद खान) : कहने को तो ऑटो वालों और ट्रैफिक पुलिस का रिश्ता चूहे और बिल्ली जैसा होता है लेकिन बरेली शहर में एक ऐसी घटना घटी जिसने यह साबित कर दिया कि ड्यूटी के साथ-साथ पुलिसकर्मी इंसानियत के भी प्रहरी होते हैं। सेटेलाइट बस अड्डे के पास ऑटो चला रहे एक चालक को अचानक दिल का दौरा पड़ा, लेकिन गनीमत रही कि मौके पर तैनात पुलिसकर्मी सतर्क और प्रशिक्षित थे। ट्रैफिक दरोगा ने बिना वक्त गंवाए CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उसकी जान बचा ली। घटना की जानकारी होते ही वहां मौजूद लोग पुलिसकर्मियों के इस सराहनीय कार्य की जमकर तारीफ करते नजर आए।
कुछ समय पहले हुई थी बाईपास सर्जरी
जानकारी के अनुसार, ऑटो चालक टिंकू गुप्ता बरेली शहर के निवासी हैं और रोजाना ऑटो चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उनकी बाईपास सर्जरी हुई थी और वह अभी हाल ही में पूरी तरह स्वस्थ होकर काम पर लौटे थे। बुधवार शाम को वह सेटेलाइट बस अड्डे पर यात्रियों को बैठाकर रवाना ही होने वाले थे कि तभी उन्हें अचानक सीने में तेज़ दर्द हुआ और वह बेहोश हो गए।
ऑटो में बैठी सवारियां घबरा कर चीखने लगीं
चालक की बिगड़ती हालत देख कर ऑटो में बैठी सवारियां घबरा गईं और शोर मचाने लगीं। शोर सुनकर सेटेलाइट चौकी पर ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर (टीएसआई) सत्यवीर सिंह और हेड कांस्टेबल इरशाद मौके पर पहुंचे। टीएसआई सत्यवीर सिंह ने बिना समय गंवाए CPR देना शुरू किया। उनकी समय पर की गई यह चिकित्सा प्रक्रिया काम आई और कुछ ही मिनटों में चालक की धड़कनें सामान्य हो गईं तथा वह होश में आ गया
ऑटो चालक ने बरेली पुलिस का व्यक्त किया आभार
पुलिसकर्मियों ने चालक को पानी पिलाया और फिर तत्काल अस्पताल भिजवाया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल में ऑटो चालक टिंकू गुप्ता ने भावुक होते हुए कहा, “अगर समय रहते पुलिसकर्मी मेरी मदद न करते तो शायद मेरी जान चली जाती। मैं बरेली पुलिस का हमेशा आभारी रहूंगा।”
इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रशिक्षित और संवेदनशील पुलिसकर्मी न केवल कानून व्यवस्था संभालते हैं, बल्कि आपात परिस्थितियों में जान भी बचा सकते हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की खूब सराहना हो रही है। आमजन की मांग है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को विभागीय स्तर पर सम्मानित किया जाना चाहिए ताकि दूसरों को भी प्रेरणा मिले।