यूपीः 6 साल के मासूम का घर के बाहर से अपहरण, कहा- बच्चे की सलामती चाहते हो तो दो 30 लाख

punjabkesari.in Saturday, Aug 08, 2020 - 03:41 PM (IST)

मुरादाबादः उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तमाम सख्तियों के बावजूद बदमाशों के बुलंद हौसले प्रदेश पुलिस को केवल आईना दिखा रहे हैं। परिणामस्वरुप इसका भोगदंड आम जनता को भोगना पड़ रहा है। कभी संजीत यादव की हत्या तो कभी गाजियाबाद में दिनदहाड़े पत्रकार की हत्या के रुप में, इतना ही नहीं ये बदमाश बड़ी चालाकी व निडरता से बलात्कार, अपहरण व हत्या जैसी संगीन अपराधों को अंजाम दे देते हैं। यूपी के मुरादाबाद में बदमाशों ने घर के बाहर से 6 साल के मासूम का अपहरण कर लिया है।

30 लाख की फिरौती
बता दें कि मामला मझोला थाना क्षेत्र का है जहां  पांच साल के बच्चे का दिनदहाड़े अपहरण कर बदमाशों ने तीस लाख की फिरौती मांगी। बच्चे के गायब होने के करीब ढाई घंटे बाद पिता के पास कॉल आई तब अपहरण का पता चला।

घर के सामने से उठाया बदमाशों ने 
थाना मझोला के लाइनपार रामलीला ग्राउंड के पास रहने वाला गौरव निजी फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट है। परिवार में पत्नी शिखा, बेटी सादगी (8) और बेटा ध्रुव(5) हैं। बताया गया कि शुक्रवार दोपहर डेढ़ से दो बजे के बीच बच्चा घर के सामने ही स्थित दुकान पर गया था। वहां से घर लौटने के बाद वह गायब हो गया। जब कुछ देर तक ध्रुव नहीं दिखा तो मां और दादी ने उसकी तलाश शुरू कर दी।

बच्चे की सलामती चाहते हो तो 30 लाख रुपये दो।
कॉल करके शिखा ने पति गौरव को बेटे के गायब होने के बारे में बताया। बच्चे के पिता गौरव के मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने गौरव से कहा कि तुम्हारा बच्चा मेरे कब्जे में है। उसकी सलामती चाहते हो तो 30 लाख रुपये दो।  गौरव ने घटना की जानकारी लाइनपार चौकी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों तक अपहरण की खबर पहुंच गई। अपरण से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।

आईजी रमित शर्मा, एसएसपी प्रभारक चौधरी ने घटना की पूरी जानकारी ली। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद समेत पुलिस की आधा दर्जन टीमें बच्चे की तलाश में जुट गईं। हालांकि देर रात तक बच्चे का कोई सुराग नहीं लग सका। मामले में पिता की तहरीर पर मझोला थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस बच्चे की तलाश में जुटी है। पुलिस घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Author

Moulshree Tripathi

Recommended News

Related News

static