UP ओलंपिक एसोसिएशन ने की योगी सरकार से अपील, कोरोना काल में खिलाड़ियों की करें मदद
punjabkesari.in Thursday, May 20, 2021 - 01:45 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन (यूपीओए) ने कोरोना महामारी के कठिन समय में प्रभावित खेल गतिविधियों के चलते आर्थिक संकट का सामना कर रहे खिलाड़ियों की मदद के लिये सरकार को कमेटी के गठन का सुझाव दिया है। एसोसियेशन के महासचिव डॉक्टर आनंदेश्वर पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि पिछले साल मार्च से स्पोट्र्स कॉलेज और हास्टल बंद होने से खिलाड़ियों को उचित डाइट नहीं मिल पा रही है जिसके चलते उनकी प्रैक्टिस पर असर पड़ रहा है। इसके साथ ही प्रशिक्षकों को भी शिविर बंद होने से अपने परिवार के पालन-पोषण में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने खिलाड़ियों की आर्थिक सहायता के लिए कमेटी बनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि हास्टल व कॉलेज व शिविर में रहने वाले खिलाड़ी ज्यादातर गरीब परिवार से आते है, ऐसे में आर्थिक संकट के चलते उनको उचित खुराक नहीं मिल पा रही है जिससे उनकी प्रैक्टिस पर भी असर पड़ रहा है। दूसरी ओर प्रशिक्षको को भी शिविर बंद होने से अपने परिवार के पालन-पोषण में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण और भारतीय ओलंपिक संघ ने कोविड काल में खिलाड़ियों की मदद के लिए एक कमेटी बनाई है। उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश सरकार, खेल निदेशालय, व उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के समन्वय से भी एक कमेटी बनायी जाये। यह कमेटी ऐसे खिलाड़ियों की मदद के लिए समीक्षा व संस्तुति करके उनको आर्थिक सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, इससे आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे खिलाड़ियों को उनकी खुराक के लिए राज्य स्तर व जिला स्तर पर मदद करने में आसानी होगी।
उन्होंने सुझाव दिया कि स्पोट्र्स हास्टल, स्पोट्र्स कॉलेज व कैंप में रहने वाले खिलाड़ियों पर जो व्यय होता है। यदि सरकार खुराक पर होने वाली राशि को खिलाड़ियों के खाते में भेज देती है तो वह ट्रेनिंग के लिए अपनी खुराक की व्यवस्था कर सकेगे और आने वाले समय में उदीयमान खिलाड़ी मिल सकेंगे। महासचिव ने पत्र में लिखा कि इस समय काफी समय से प्रशिक्षण शिविर बंद होने से प्रशिक्षक भी बेरोजगार है और उनके सामने काफी विषम परिस्थितियां है। इसके साथ कई खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति दयनीय है और वो कोविड के संक्रमण के चलते बीमार है। ऐसे खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों की राज्य खेलकूद प्रोत्साहन समिति के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जा सकती है।