यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द: बलिया के नीरज ने WhatsApp पर भेजा था पेपर, STF ने किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Feb 25, 2024 - 11:10 AM (IST)

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया है। छह माह के भीतर पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए गए हैं। इस मामले में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने परीक्षार्थियों को वाट्सऐप पर सवालों के जवाब देने वाले को अरेस्ट कर लिया है। इस आरोपी की पहचान बलिया के रहने वाले नीरज यादव के रूप में हुई है। इस नीरज यादव को मथुरा के रहने वाले किसी उपाध्याय ने आंसर सीट भेजी थी। नीरज यादव से पूछताछ के बाद एसटीएफ की अलग अलग टीमों ने मथुरा में दबिश तेज कर दी है।

पेपर लीक मामले की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया गया
एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस भर्ती में पेपर लीक मामले की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। यह तीनों टीमें अलग अलग तरीके से मामले की जांच कर रही हैं। इसी जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर चार स्थानों से लीक हुए हैं। इसमें आगरा, मथुरा, प्रतापगढ़ और बलिया शामिल है। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए बलिया से नीरज यादव को अरेस्ट किया है। 

इस धांधली में कुछ कोचिंग सेंटर भी शामिल हो सकते हैं...
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, इस धांधली में कुछ कोचिंग सेंटर भी शामिल हो सकते हैं। संभावना है कि इसमें तीन कोचिंग सेंटर यूपी में ही हैं, वहीं चौथा कोचिंग सेंटर राजस्थान के भरतपुर में है। पुलिस ने इन चारों कोचिंग सेंटरों की पड़ताल शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मथुरा का उपाध्याय इस मास्टरमाइंड के सीधा संपर्क में था और उसके जरिए इस धांधली को अंजाम दिया गया। एसटीएफ के अधिकारियों की माने तो जिस प्रिंटिंग प्रेस में क्वेश्चन पेपर की छपाई हुई, वहीं से पेपर भी लीक हुआ। फिर इसे विभिन्न कोचिंग सेंटरों में हल कर परीक्षा माफिया ने अपने गुर्गों के जरिए प्रदेश भर में आंसर सीट भिजवाई है। पुलिस की जांच में कुछ इस तरह के इनपुट भी मिले है कि परीक्षा माफिया ने यह प्रश्नपत्र कोचिंग सेंटरों को बेचे थे और कोचिंग सेंटर वालों ने इसे परीक्षार्थियों तक पहुंचाया है। 

बता दें कि उत्‍तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को राज्‍य के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया है और छह माह के भीतर पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिये हैं। इस बीच मुख्‍यमंत्री ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा बीते 11 फरवरी को आयोजित की गई समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 से जुड़ी शिकायतों की भी जांच कराने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को यह फैसला किया। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या आरोपी के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की जाएगी।
 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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