अयोध्या में क्यों हार गई बीजेपी? राम मंदिर तो मिल गया फिर क्या चाहते थे लोग
punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2024 - 03:38 PM (IST)
अयोध्या: लोकसभा चुनाव का नतीजा आ गया है कुछ पार्टियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है तो कुछ के लिए ये बुरे सपने जैसा रहा है ये चुनाव। बात करें हम बीजेपी की तो जिस राम के सहारे बीजेपी ने दो बार यूपी में और दो बार केंद्र में सरकार बनाई उसे यूपी में बुरी हार का सामना करना पड़ा। दरअसल, अयोध्या स्थित फैजाबाद संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार और सांसद लल्लू सिंह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद से 54567 मतों के अंतर से पराजित हो गये। निर्वाचन आयोग के अनुसार फैजाबाद (अयोध्या) संसदीय सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद को 5,54,289 मत मिले, जबकि लल्लू सिंह को 4,99,722 मिले। बसपा के सच्चिदानंद पांडेय को 46407 मत पाकर संतोष करना पड़ा।
फैजाबाद में 2014 और 2019 में भाजपा से जीते लल्लू सिंह तीसरी बार ‘हैट्रिक' लगाने से वंचित रह गये। लल्लू सिंह का चुनाव में पराजित होना इसलिए मायने रखता है क्योंकि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्री रामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की थी। भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं ने विपक्षी दलों के नेता खासतौर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निमंत्रण देने के बावजूद प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का आरोप लगाया था। भाजपा नेता अपनी सभाओं में यह कहते सुने गए कि यह चुनाव राम भक्तों बनाम राम विद्रोहियों के बीच का है। लल्लू सिंह को दलित समाज से आने वाले मिल्कीपुर (आरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक और पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने पराजित किया है।
स्थानीय लोगों में भाजपा के प्रति नाराजगी
योगी सरकार ने अयोध्या में विकास किया लेकिन स्थानीय स्तर पर लोगों का आरोप है कि लल्लू सिंह दो बार से सांसद रहे लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई विकास कार्य नहीं किया। जो भी विकास कार्य हुए सब अयोध्या विकास प्राधिकरण के माध्यम से हुआ है। जिस वजह से लोगों में नाराजगी थी।
संविधान बदलने की बात करना लल्लू सिंह को पड़ा भारी
लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेताओं का संविधान बदलने जैसे बयान भी देना पार्टी को भारी पड़ा है। लल्लू सिंह का चुनाव से पहले एक वीडियो वायरल हुआ था कि जिसमें उन्होंने संविधान बदलने की बात की। जिसमें वह संविधान बदलने के लिए 400 सीटें जीतने की बात की, हालांकि उन्होंने वायरल वीडियो के बाद सफाई भी दी। थी उन्होंने कहा कि हमारी छवि को खराब करने के लिए वीडियो को काट कर पेश किया।
यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक से युवा नाराज
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती लीक मामले को लेकर भी युवाओं में नाराजगी रही है। युवाओं ने प्रदेश के सभी जिलों में पेपर लीक को लेकर धरना दिया उसके बाद योगी सरकार ने यह एग्जाम अगले 6 महीने में दोबारा आयोजित करने के लिए आदेश दिया, लेकिन धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने युवाओं पर लाठीचार्ज किया जिस वजह से युवाओं ने सरकार के खिलाफ वोट किया।
राम पथ लिए घर और दुकान तोड़े गए
अयोध्या के लोगों का यह भी आरोप है कि सरकार ने अयोध्या में 14 किलोमीटर लंबा राम पथ बनाया गया। जिसके लिए सरकार ने जमीन खरीदी। बताया यह भी जा रहा है कि जिनके पास जमीन का कोई कागज नहीं था उसे कोई मुआवजा नहीं मिला जिस वजह से लोगों ने सरकार के खिलाफ वोट दिया।