मंदिर में बंधक बनाकर महिला से गैंगरेप! दरिंदगी की हर हद पार, निर्वाणी अखाडा का महंत भी शामिल, पुलिस ने नहीं किया न्याय; बोली- साहब उस रात इन लोगों ने...

punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 07:27 PM (IST)

चित्रकूटः धर्म नगरी चित्रकूट में यज्ञवेदी निर्वाणी अखाड़ा के महंत सत्यप्रकाश दास सहित तीन लोगों के खिलाफ मध्य प्रदेश की रहने वाली एक महिला ने मंदिर में बंधक बनाकर गैंगरेप का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि न्यायालय और पुलिस से न्याय न मिलने पर वह बार-बार अधिकारियों के पास जाती रही।  

पीड़िता ने शनिवार को समाधान दिवस में जिलाधिकारी से फूट-फूट कर न्याय की गुहार लगाई। अदालत के आदेश पर महंत सत्यप्रकाश दास और अन्य तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट पेश कर दी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दोबारा विवेचना का आदेश दिया।

घटना का विवरण
पीड़िता के अनुसार, उसका पति 2016 में महंत सत्यप्रकाश दास के खिलाफ दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले में जेल में था। पति को जेल से छुड़ाने के नाम पर महिला अखाड़े में रहती थी। इसी दौरान महंत के भाई जय प्रकाश ने उसे डराकर जबरन शारीरिक संबंध बनाए और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी। जेल से मुक्त होने के बाद महंत सत्यप्रकाश दास और उसके रिश्तेदार अरविंद मिश्रा ने भी पीड़िता का लगातार शारीरिक शोषण किया।

पीड़िता ने बताया कि 18 जून 2024 को तीनों आरोपियों ने उसके पति को कमरे से बाहर भेजकर रात में जबरदस्ती शारीरिक सम्बन्ध बनाने का प्रयास किया। विरोध करने पर मारपीट और धमकियां दी गईं। अगले दिन 19 जून को महिला ने सीतापुर चौकी जाकर शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

आरोपियों की प्रतिक्रिया
महंत सत्यप्रकाश दास ने आरोपों को झूठा और प्रॉपर्टी के लालच वाला बताया। उनका कहना है कि कई लोग षड्यंत्र में शामिल हैं और जांच से उन्हें डर नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर चाहा जाए तो CBI जांच कराई जाए ताकि पूरी घटना की सत्यता सामने आ सके। पुलिस की कार्यशैली और मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर सवाल उठ रहे हैं। न्यायालय के आदेश के बाद अब मामले की दोबारा विवेचना शुरू हो चुकी है।


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Content Editor

Purnima Singh

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