योगीराज! गैंगरेप पीड़िता ने थाने में जहर खाकर दी अपनी जान, परिजनों ने पुलिस को ठहराया जिम्मेदार

punjabkesari.in Saturday, Jul 03, 2021 - 02:03 PM (IST)

मेरठ: सूबे की योगी आदित्यनाथ की सरकार को हिला कर रख देने वाले उन्नाव कांड को अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता है कि एक ऐसा ही मामला मेरठ से सामने आया है, जहां एक नाबालिक युवती ने अपने साथ हुए गैंगरेप की वारदात का इंसाफ मांगते हुए 6 महीने से ज्यादा थानों के चक्कर लगाने के बाद आज थाने के अंदर जहर खा लिया। आनन-फानन में नाबालिग युवती को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। 

दरअसल, पूरा मामला थाना परीक्षितगढ़ क्षेत्र के खजूरी गांव की है। पीड़ित परिजनों ने बताया कि 15 वर्षीय मासूम पुत्री के साथ गांव के रहने वाले 5 दबंगों ने बीती फरवरी 15 फरवरी को गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद पीड़िता ने इसकी शिकायत करते हुए थाने में मुकदमा दर्ज कराया था जिसकी संख्या 42 /21 थी। पीड़िता बार-बार थाने के चक्कर काटते हुए न्याय की गुहार लगाती रही। इसी बीच गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले दबंगों ने पीड़िता पर मुकदमे वापसी का दबाव बनाना शुरू कर दिया और उसके परिजनों के खातमें की भी धमकी देने लगे। साथ ही पीड़िता से गैंगरेप करने वाले दबंगों ने पीड़िता पर छींटाकशीं भी करनी शुरू कर दी जिसको पीड़िता बर्दाश्त करती रही। लेकिन आज दबंगों के द्वारा पीड़िता को फिर छींटाकशीं का शिकार होना पड़ा जिसके बाद पीड़िता थाने पहुंची और न्याय की गुहार लगाने लगी लेकिन थाने से कोई सही जवाब नहीं मिलने पर पीड़िता ने थाने के अंदर जहर खा लिया।

घटना के बाद थाने में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में पीड़िता को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया। परिजनों को जब इसकी खबर मिली तो उनमें कोहराम मच गया। परिजनों ने एंबुलेंस के आगे लेट कर आपबीती सुनाई। परिजनों का आरोप है कि अगर वक्त रहते थाना पुलिस पीड़िता के साथ गैंगरेप करने वाले दबंगों को गिरफ्तार कर लेती तो उनकी मासूम पुत्री आज जिंदा होती। वहीं परिजनों का यह भी कहना है कि जब न्याय की गुहार लगाती हुई उनकी पुत्री इस दुनिया से चली गई तो वो भी जी कर क्या करेंगे। वहीं इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस मामले में पीड़िता के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था और आज की घटना के बाद इस मामले में परिजनों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। साथ ही साथ इस केस के जांच अधिकारी के खिलाफ भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं और उनकी लापरवाही निकलकर आने पर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बहरहाल, न्याय की गुहार लगाते हुए एक गैंगरेप पीड़िता ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली और पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी करने में लग गई है साथ ही पूर्व में दर्ज मुकदमे के जांच अधिकारी की लापरवाही करने के जांच के आदेश भी दे दिए हैं लेकिन इस घटना के बाद सवाल यह उठता है कि आखिर वो कौन सा दिन होगा जब न्याय की चाह रखने वाले लोग वक्त रहते न्याय पा सकेंगे और क्या पुलिस के इन प्रयासों से इस पीड़ित परिवार के जख्मों पर मरहम लग सकेगा वो जख्म जो पुलिस की लापरवाही के चलते इन्हें मिले हैं।

 

 


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Content Writer

Umakant yadav

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