गोरखपुर से अयोध्या शादी करने पहुंचे गैर संप्रदाय के युवक-युवती पकड़े गए, संदिग्ध गतिविधियां देख वकीलों ने पुलिस को सौंपा

punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 11:19 PM (IST)

Ayodhya News: गोरखपुर से अयोध्या जनपद के फैजाबाद कचहरी न्यायालय में शादी करने पहुंचे युवक और युवती अचानक पकड़ लिए गए। युवक मुस्लिम समुदाय का है तो युवती हिंदू समुदाय की। इनकी गतिविधियां संदिग्ध देखकर अधिवक्ताओं ने इनको पकड़ लिया और जब आधार कार्ड चेक किया गया तो यह पूरा मामला सामने आया। इसके बाद अधिवक्ता इन्हें पकड़कर कचहरी परिसर में स्थित पुलिस चौकी ले गए और इन्हें सौंप दिया। जहां से इन्हें अयोध्या कैंट कोतवाली लाया गया और अब अयोध्या पुलिस गोरखपुर पुलिस से संपर्क कर उनके परिजनों को अयोध्या बुला रही है और जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई करेगी। वहीं सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने फोन पर बताया कि जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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लड़का झूठ बोलकर और भगाकर लड़की को अयोध्या लाया है...पूछताछ में बात आई सामने
बता दें कि गुरुवार को दो युवक और एक लड़की अयोध्या के फैजाबाद कचहरी पहुंचे। एक अधिवक्ता से इन लोगों ने शादी करने को लेकर संपर्क किया। अधिवक्ता को शादी करने वाले युवक और युवती की गतिविधियां संदिग्ध लगी। इसकी जानकारी आसपास के अधिवक्ताओं को हुई तो अधिवक्ता वहां जमा हो गए और युवक और युवती से उनका आधार कार्ड मांगा। इसी के बाद यह तथ्य सामने आया कि गोरखपुर से आया लड़का मुस्लिम है और लड़की हिंदू है। दोनों एक ही स्थान के रहने वाले हैं और अधिवक्ताओं की माने तो उन लोगों ने जब पूछताछ की थी तो यह बात भी सामने आई थी कि लड़का झूठ बोलकर और भगाकर लड़की को अयोध्या लाया है।

शादी बिना लीगल अनुमति के वैलिड नहीं
अधिवक्ताओं का साफ कहना है कि भले ही उनके लिए सभी बराबर हो लेकिन फैजाबाद कचहरी के अधिवक्ता इस तरह के किसी कृत्य का समर्थन नहीं करते हैं और पुलिस को उन्होंने इसलिए सौंपा है कि वह उनके परिजनों को बुलाएं और जो तथ्य सामने आए उसके अनुसार आगे कार्रवाई करें। फैजाबाद कचहरी के अधिवक्ताओं की माने तो यह लोग नोटरी एग्रीमेंट के जरिए शादी करना चाहते थे। लेकिन अगर शादी करने वाले लड़का और लड़की अलग-अलग धर्म के हैं तो दोनों में से किसी एक को दूसरे के धर्म को स्वीकार करना होगा। इतना ही नहीं धर्म परिवर्तन के बाद उनके आधार कार्ड में भी परिवर्तन होगा। इसके बाद ही ऐसी कोई शादी लीगल होगी। बिना इसके दो अलग-अलग धर्म के लोगों की शादी बिना लीगल अनुमति के वैलिड नहीं हो सकती।


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Content Editor

Mamta Yadav

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