संगम तट पर रेत से बनी दुनिया की सबसे लंबी सरस्वती की वीणा, देखने उमड़ी भीड़

punjabkesari.in Thursday, Apr 06, 2017 - 03:11 PM (IST)

इलाहाबादः इलाहाबाद के संगम तट पर एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला, यहां गंगा-यमुना और अदृश्य रूप में बहने वाली सरस्वती की विशालकाय वीणा देखी गई। बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स डिपार्टमेंट के छात्रों की तरफ से बनाई गई इस वीणा को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई।  

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के निराला आर्ट छात्रों ने किया निर्माण
दरअसल जनसामान्य जागरूकता के लिए संगम की रेत पर मां सरस्वती की बहुत बड़ी और भव्य वीणा का निर्माण इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के निराला आर्ट गैलेरी के बच्चों द्वारा किया गया। यह वीणा बालू के कण द्वारा की गई है इसके साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वछता अभियान, गंगा बचाओ आदि पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। प्रशासन ने भी इस कार्य में सहमति दी है l इस वीणा के लिए गिनीस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी अावेदन किया गया हैl रेत से बनी इस वीणा को 11 दिनों में 84 छात्र-छात्राओं ने तैयार कर संगम नगरी की धाक मूर्तिकला के क्षेत्र में भी जमा दी है।

देखने के लिए हजारों में उमड़ी भीड़, खूब खिंची सेल्फियां
रेत से निर्मित इस अद्भुत कलाकृति को देखने के लिए हजारों लोग पहुंच रहे हैं। कलाकारों की सराहना व प्रोत्साहन के साथ मीडिया के माध्यम से इस कलाकृति को विश्वभर में पहचान मिल रही है। पचरंगी वीणा में आस्था और सेल्फी जैसा की आप जानते हैं वीणा ज्ञान की देवी मां सरस्वती की छवि का हिस्सा है और इसे लोग आस्था के नजरिए से देखते हैं। ऐसे में हर देखने वाला इसे अपने बेहतरीन लम्हों में संजोने के लिए तस्वीरें खींच रहा है।

वीणा के साथ कोई खड़ा होकर, कोई बैठकर तो कोई वीणा को स्पर्श करते हुए सेल्फी खींच रहा है। संगम की रेत से बनी दुनिया की सबसे लंबी वीणा को आकर्षक बनाने के लिए कलाकारों ने 5 रंगों का इस्तेमाल किया है। जिसमें लाल, हरा, भूरा, काला और पीले रंग का प्रयोग बेहद ही खूबसूरत ढंग से किया गया है।

कुप्रथाओं के खिलाफ जागरुकता के लिए निर्माण
टीमों को लीड कर रहे उधम सिंह पटेल ने बताया की वीणा की लंबाई 450 फिट, चौड़ाई 60 फिट और ऊंचाई 20 फिट है। रेत से बनी इस वीणा के चारों तरफ सामाजिक कुप्रथाओं के खिलाफ लोगों को जागरुक करने के लिए मूर्ति भी बनाई गई है। कुप्रथाओं पर चोट कर जागरुकता के कई निशान रेत की इस वीणा के चारों तरफ भी कलाकृतियां बनी हैं। जिसमें कुप्रथाओं पर चोट करते हुए जागरुकता का बिगुल बजाया जा रहा है। कलाकृतियों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, सर्व शिक्षा अभियान, पर्यावरण सुरक्षा, पौधरोपण, नशा मुक्त समाज, दहेज प्रथा आदि की मूर्ति रेत से तैयार की गई है।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static