भेड़िया पकड़ा जाए तो ठीक है, वरना गोली मार दीजिए: सीएम योगी
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 09:06 AM (IST)

बहराइच: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बहराइच के भेड़िया प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कहा कि भेड़िया पकड़ा जाए तो ठीक, वरना गोली मार दीजिए। योगी आदित्यनाथ शनिवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष से पीड़ित ग्रामीणों के साथ ग्रामसभा मंझारा, तौकली, कैसरगंज में संवाद किया। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद हर पीड़ित से मुलाकात की और उनका दर्द जाना।
'सरकार आपकी हर पी़ड़ा और कष्ट में साथ खड़ी है'
मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार आपकी हर पी़ड़ा और कष्ट में साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ कोशिश की जाए कि भेड़िया पकड़ा जाए। यदि वह पकड़ लिया जाता है तो ठीक, वरना वन विभाग की टीम शूटर बुलाकर उसे मारने की कार्रवाई करे। उससे लोगों को मुक्ति मिलनी चाहिए।'' मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से कहा कि ‘डबल इंजन' सरकार आपकी पीड़ा-कष्ट में सदैव खड़ी है। उन्होंने प्रशासन से कहा कि घायलों के उपचार की व्यवस्था करें। साथ ही सांसद, विधायक के माध्यम से इनके परिवारों को तत्काल 50-50 हजार रुपये उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
छह भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर में भेजा
सीएम योगी ने कहा कि पिछली बार महसी क्षेत्र इसके आतंक से त्रस्त था, उस समय वहां से छह भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर में भेजा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आतंक इस बार कैसरगंज में दिख रहा है, यहां के लोगों को भी जल्द इससे राहत मिलेगी। योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों से मुलाकात के उपरांत कहा कि घाघरा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बरसात में अक्सर बहराइच में भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे वन्यजीवों से सावधान होना पड़ता है, खासकर जब नदी का जलस्तर ऊपर होता है और इन वन्यजीवों की मांद में पानी घुस जाता है तो वे बाहर निकलकर मानव बस्ती की तरफ आते हैं और छोटे बच्चों एवं कमजोर लोगों पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं।
मृत बच्चों के परिजनों को दी गई पांच-पांच लाख की सहायता
योगी ने कहा कि सरकार ने मानववन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखकर पीड़ितों परिवारों को सहायता के दायरे में लाया है। उनका कहना है कि परिवार का सदस्य खोने वाले परिजनों को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये की सहायता दी जाती है। वन्यजीवों से बचाव के लिए प्रभावी कदम भी उठाए जाते हैं। घायलों का उपचार एवं आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री के अनुसार यहां पिछले कुछ दिनों से यह आतंक देखने को मिला है। घाघरा का जलस्तर बढ़ने पर नौ एवं 10 सितंबर की रात्रि से इस क्षेत्र में भय-दहशत का माहौल है। सरकार ने पूरे क्षेत्र में 21 कार्यबल गठित किया है। योगी ने कहा कि कार्यबल गांवों में जनजागरण के साथ-साथ वन्य जीवों से बचाव के बारे में आवश्यक उपाय कर रही है। मृत बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी गई है।