10 FIR, 39 हिरासत में, उपद्रवियों पर पुलिस की पैनी नजर… बरेली में हिंसा के लिए 5 दिन पहले सोशल मीडिया से रची गई थी प्लानिंग
punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 10:44 PM (IST)

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद "I Love Mohammad" नारे के समर्थन में हुए प्रदर्शन ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। मामले में पुलिस ने अब तक 10 एफआईआर दर्ज की हैं और 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा के मुख्य आरोपी के तौर पर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
तौकीर रजा पर 7 केस, सोशल मीडिया से की गई भीड़ जुटाने की कोशिश
पुलिस के मुताबिक, मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ दर्ज 10 में से 7 एफआईआर में नामजद किया गया है। पुलिस का दावा है कि हिंसा की प्लानिंग पहले से की गई थी और सोशल मीडिया के माध्यम से भीड़ जुटाने व कार्यक्रम की रणनीति साझा की गई। प्रदर्शन के दौरान पथराव, फायरिंग और तोड़फोड़ की गई। घटनास्थल से तमंचे, पेट्रोल से भरी बोतलें, लाठी-डंडे और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।
भीड़ को उकसाने का आरोप, हिंसा में घायल हुए 20 पुलिसकर्मी
घटना के दौरान करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, नमाज के बाद प्रदर्शन के बहाने बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और “I Love Mohammad” के नारे लगाए। जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो भीड़ हिंसक हो गई और पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद फायरिंग और दुकानों में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आईं।
5 दिन पहले से हो रही थी तैयारियां, बिना अनुमति के बुलाया गया प्रदर्शन
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस प्रदर्शन की तैयारी 5 दिन पहले से चल रही थी। 19 सितंबर को मौलाना तौकीर रजा ने इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में विरोध-प्रदर्शन की घोषणा की थी और कहा था कि राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा। हालांकि, प्रशासन ने इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और विरोध प्रदर्शन किया।
2010 दंगों से भी जुड़ा है नाम, पहले भी रहे हैं विवादों में
गौरतलब है कि मौलाना तौकीर रजा का नाम वर्ष 2010 में बरेली में हुए दंगों से भी जुड़ चुका है। इसके अलावा ज्ञानवापी मामले के दौरान भी उन्होंने जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी थी। वे पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं।
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