Video: बीच सड़क पर नशे में धुत्त कुर्सी पर बैठा रहा शख्स; किया हाई वोल्टेज ड्रामा, ट्रक की टक्कर से बाल-बाल बचा
punjabkesari.in Friday, Aug 30, 2024 - 04:55 PM (IST)
Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। जिसमें एक चिलबिला चौराहे पर एक व्यस्त सड़क के बीच कुर्सी पर बैठा एक शराबी व्यक्ति ट्रक की टक्कर से बाल-बाल बच जाता है। नशे में धुत्त कुर्सी पर बैठे उस शख्स ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। वह सड़क के बीच में कुर्सी पर बैठा था। तभी पीछे से आ रहे एक ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। लेकिन वह व्यक्ति बच जाता है। जो खतरे से बेखबर दिखाई देता है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है।
पुलिस ने हिरासत में लिया शख्स
बता दें कि यह वायरल वीडियो प्रतापगढ़ के चिलबिला चौराहे का है। चौराहे पर एक व्यस्त सड़क के बीच कुर्सी पर बैठा एक शराबी व्यक्ति ट्रक की टक्कर से बाल-बाल बच जाता है। इस बात की जानकारी होने पर पुलिस वहां पर पहुंची और उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रतापगढ़ पुलिस ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।
#प्रतापगढ़
— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) August 30, 2024
पुलिस चौकी के सामने,सड़क के बीचो-बीच नशे में धुत्त बैठा रहा शराबी
नशे में धुत युवक ने चौराहे पर किया हाई वोल्टेज ड्रामा
ट्रक ने कुर्सी पर बैठे युवक को मारी टक्कर, बाल-बाल बचा
युवक को ट्रक का टक्कर मारने का वीडियो हुआ वायरल#Pratapgarh @pratapgarhpol #Viralvideo pic.twitter.com/inFaOITffM
यह भी पढ़ेंः 'रंग अच्छा बुरा नहीं, बल्कि नजरिया अच्छा बुरा होता है...' सीएम योगी के बयान पर अखिलेश का पलटवार
समाजवादी पार्टी (सपा) को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कथित आपत्तिजनक बयान के एक दिन बाद पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि रंग अच्छा बुरा नहीं होता, नजरिया अच्छा बुरा होता है। योगी ने बृहस्पतिवार को कानपुर में एक जनसभा में सपा पर निशाना साधते हुए कहा था, “इनकी टोपी लाल है, लेकिन कारनामे काले हैं और इनका इतिहास काले कारनामों से भरा पड़ा है।” अखिलेश ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “जनता की संसद का प्रश्नकाल। प्रश्न-लाल और काले रंग को देखकर भड़कने के क्या क्या कारण हो सकते हैं? दो-दो बिंदुओं में अंकित करें।” अखिलेश यादव ने लिखा, “उत्तर-रंगों का मन-मानस और मनोविज्ञान से गहरा नाता होता है। यदि कोई रंग किसी को विशेष रूप से प्रिय लगता है, तो इसके विशेष मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं और यदि किसी रंग को देखकर कोई भड़कता है, तो उसके भी कुछ नकारात्मक मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं।”