जय-जय श्रीराम! अयोध्या में श्रीराम मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण का ऐतिहासिक पल, रात की पहली तस्वीर ने रोम-रोम में भर दिया रामभक्ति का जादू!
punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 08:35 AM (IST)
Ayodhya News: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर मंगलवार को ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें 500 से अधिक स्थानीय कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामय उपस्थिति रही। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे शहर को उत्साह और श्रद्धा के वातावरण से भर दिया।

स्थानीय कलाकारों ने दी मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 24 और 25 नवंबर को विभिन्न प्रकार के स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। प्रधानमंत्री के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के मंत्र को ध्यान में रखते हुए अयोध्या के अलग-अलग क्षेत्रों की लोक कला और परंपराओं का सुंदर प्रदर्शन किया गया।

उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों की लोक परंपराओं का रंगारंग संगम
ध्वजारोहण के मौके पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। अयोध्या में अलग-अलग मंचों पर ब्रज, अवध, बुंदेलखंड, पूर्वांचल और तराई क्षेत्रों की लोक परंपराओं का संगम देखने को मिला। मथुरा से मयूर लोक नृत्य, झांसी से राई लोक नृत्य, अयोध्या से फरुवाही, बधावा और करवाहा लोक नृत्य, लखनऊ से अवधी नृत्य, सोनभद्र से करमा और बारह सिंहा, प्रयागराज से ढेढ़िया और गोरखपुर के वनटांगिया लोक नृत्य ने समारोह की शोभा बढ़ाई।

साधु-संतों ने ध्वजारोहण को ऐतिहासिक और भावपूर्ण बताया
साधु-संतों ने ध्वजारोहण को भावपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बताया। उनका कहना था कि यह केवल धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि सनातन आस्था की वैश्विक प्रतिष्ठा का प्रतीक भी है। संतों ने इसे उस लंबी और संघर्षपूर्ण यात्रा का परिणाम बताया, जिसमें सैकड़ों वर्षों तक संत, भक्त और समाज ने अदम्य धैर्य और आस्था का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि धर्म ध्वजा का आरोहण भारत की आध्यात्मिक विरासत को मजबूत करता है और विश्व में सनातन संस्कृति की महिमा को स्थापित करता है।

संत दिलीप दास ने अयोध्या मिशन और मुख्यमंत्री योगी की सराहना की
राम वैदेही मंदिर के संत दिलीप दास ने कहा कि अयोध्या मिशन के तहत सनातन संस्कृति का पुनरुद्धार प्रशंसनीय है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि वे केवल मुख्यमंत्री ही नहीं, बल्कि धर्म परंपरा के रक्षक भी हैं। समारोह में विवाह पंचमी के अवसर पर श्रीराम और माता जानकी के विवाह पर्व के उपलक्ष्य में पूजन-अर्चन भी किया गया।

