चौकीदार पिटाई प्रकरणः SC-STआयोग की सख्ती के बाद CO ने दर्ज किया पीड़ित वीरेंद्र धानुक का बयान

punjabkesari.in Monday, May 20, 2024 - 12:45 PM (IST)

बरेलीः जिले  के नवाबगंज तहसील परिसर में अनुसूचित जाति के चौकीदार वीरेंद्र धानुक को अमानवीय ढंग से की गई पिटाई के मामले मे एससी-एसटी आयोग ने सख्ती दिखाई है। एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष असीम अरुण ने बरेली एसएसपी को पत्र भेजकर मामले की रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने एसएसपी को निर्देश दिया है कि निश्चित अवधि में जांच की विस्तृत रिपोर्ट आयोग को प्रेषित करें। एससी-एसटी आयोग की सख्ती के बाद रविवार को पीड़ित चौकीदार वीरेंद्र धानुक का सीओ ने बयान दर्ज किया। उन्होंने इस दौरान पीड़ित चौकीदार से पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की, साथ ही साक्ष्य भी लिए। उधर, रविवार को पुलिस के पास चौकीदार की मेडिकल रिपोर्ट भी पहुंच गई।

किसलिए हुआ विवाद
गौरतलब है कि मुफ्त राशन को लेकर वोट किसी और पार्टी को देने के विवाद में तहसीलदार नवाबगंज की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड वीर बहादुर गंगवार और रामपाल गंगवार ने थाने के अनुसूचित जाति के चौकीदार वीरेंद्र धानुक के साथ पिछले दिनों अमानवीय ढंग से मारपीट की थी। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद वीरेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने दोनों होमगार्डों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। हालांकि उनका शांति भंग करने के आरोप में चालान कर उन्हें फौरन जमानत भी दे दी गई। 

Bareilly News: सीओ ने पीड़ित चौकीदार का दर्ज किया बयान, पूरे घटनाक्रम के बारे में की पूछताछ

मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोटें नहीं, केस में नहीं बढ़ेंगी धाराएं
एसएसपी ने इस मामले की जांच सीओ हर्ष मोदी को दी थी। वीआईपी ड्यूटी से फुर्सत मिलने के बाद उन्होंने रविवार को पीड़ित चौकीदार का बयान दर्ज किया। सीओ ने बताया कि पुलिस इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई कर चुकी है। दोनों आरोपी होमगार्डों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए होमगार्ड कमांडेंट को पत्र भी लिख दिया गया है। उन्होंने बताया कि चौकीदार की मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोटों का जिक्र नहीं है। लिहाजा मुकदमे में कोई नई धारा नहीं बढ़ेगा। पुलिस अभी मामले की जांच भी कर रही है।

पीड़ित के साथ आया विपक्ष
नवाबगंज तहसील परिसर में चौकीदार वीरेंद्र कुमार को पीटने का मामला तूल पकड़ गया है। शुक्रवार को चौकीदार एसोसिएशन के साथ बरेली संसदीय सीट से सपा प्रत्याशी प्रवीन सिंह ऐरन, पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन, पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने डीएम और एसएसपी से मुलाकात की। वीरेंद्र की ओर से दिए पत्र में जिक्र है कि उसे दोनों होमगार्डों ने बुरी तरह पीटकर जूतों से मुंह कुचल दिया था। उसी रात को उसे थाने बुलाया गया। वहां एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, कोतवाल आदि अधिकारियों ने उसे धमकाया कि मामला मीडिया में नहीं जाना चाहिए और सादा कागज पर अंगूठा लगवा लिया। कहा कि इन अधिकारियों के नाम एफआईआर में बढ़ाए जाएं। साथ ही होमगार्डों पर धाराएं बढ़ाकर उन्हें जेल भेजा जाए व बर्खास्त किया जाए। पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ने ज्ञापन देकर घटना को निदंनीय व असामाजिक बताया। कहा कि इससे पीड़ित को निजी व सामाजिक पीड़ा पहुंची है।  ज्ञापन देने वालों में सुनीता गंगवार, शेर सिंह गंगवार, रवि पांडेय, उल्फत सिंह कठेरिया, रणवीर सागर, दीपक वाल्मीकि, डालचंद्र दिवाकर आदि लोग शामिल रहे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ajay kumar

Related News

static